मशीनों के बेहतर संचालन के लिए आर.ओज़, ज़िला स्तरीय मास्टर ट्रेनरों और विधानसभा क्षेत्रों के मास्टर ट्रेनों को दी प्रशिक्षण
जालन्धर/मैट्रो सेवा
इलैकट्रॉनिक वोटिंग मशीनों (ईवीएम) और वोटर वैरीफीएबल पेपर आडिट ट्रेल (वीवीपैट) मशीनों को आज़ाद, निष्पक्ष और पारदर्शी मतदान के लिए रीढ़ की हड्डी करार देते हुए डिप्टी कमिश्नर घनश्याम थोरी ने आज समूह आधिकारियों को प्रशिक्षण सत्र के दौरान ई.वी.एमज़ और वी.वी.पी.ए.टी. मशीनों के कामकाज के बारे उचित प्रशिक्षण और जानकारी हासिल करने के लिए कहा। इस प्रशिक्षण सैशन में रिटर्निंग अफ़सरों, 3 डिस्ट्रिक्ट स्तर मास्टर ट्रेनों और प्रत्येक हलके से पांच-पांच मास्टर ट्रेनों ने भाग लिया।
स्थानीय ज़िला प्रशासकीय कांपलैक्स में प्रशिक्षण प्रोग्राम का जायज़ा लेते डिप्टी कमिश्नर ने कहा कि इस प्रशिक्षण का मुख्य उद्देश्य यह यकीनी बनाना है कि चुनाव से सम्बन्धित स्टाफ को मशीनों से सम्बन्धित हर अपेक्षित जानकारी हो जिससे 14 फरवरी को वोटें समय पर और 10 मार्च को गिनती वाले दिन पूरी प्रक्रिया उचित ढंग के साथ पूर्ण की जा सके। उन्होंने कहा कि इस प्रक्रिया की महत्ता को देखते हुए चुनाव अमले को ई.वी.एम्ज़ से सम्बन्धित विशेष प्रशिक्षण देने के प्रयास किये गए हैं जिससे वह अपनी चुनाव ड्यूटी को असरदार ढंग से निभाय सकें।
घनश्याम थोरी ने आगे बताया कि समूचे 1974 पोलिंग स्टेशनों में ईवीएम मशीनों के वोटर वैरीफीएबल पेपर आडिट ट्रेल (वीवीपैट) व्यवस्था के साथ लैस होंगी। इसलिए चुनाव प्रक्रिया को सुचारू ढंग से चलाने के लिए चुनाव अमले को उचित प्रशिक्षण देना जानी ज़रूरी है जिससे लोगों को मतदान वाले दिन किसी किस्म की कोई दिक्कत पेश न आए।
उन्होंने बताया कि आज 9 विधानसभा क्षेत्रों के रिटर्निंग अफ़सरों, असेंबली स्तर मास्टर ट्रेनों और डिस्ट्रिक्ट स्तर मास्टर ट्रेनों को प्रशिक्षण दिया गया है, जिनकी तरफ से आगे सुपरवाईज़रों को प्रशिक्षण दिया जाएगा, जोकि आगे पोलिंग स्टाफ को प्रशिक्षण प्रदान करेंगे।
इस अवसर पर अतिरिक्त डिप्टी कमिश्नर जसप्रीत सिंह, सभी 9 विधान सभा क्षेत्रों के रिटर्निंग अफ़सर, असेंबली स्तर मास्टर ट्रेनर, डिस्ट्रिक्ट स्तर मास्टर ट्रेनर और अन्य भी मौजूद थे।