मुख्य सचिव ने की मुख्यमंत्री अंत्योदय परिवार उत्थान योजना की प्रगति की समीक्षा
अति गरीब परिवारों को वित्तीय सहायता प्रदान कर उनके उत्थान व आय में वृद्धि हेतु विभिन्न योजनाओं के क्त्रियान्वयन में लाएं तेजी, मुख्य सचिव ने दिए निर्देश
चंडीगढ़/मैट्रो सेवा
हरियाणा के मुख्य सचिव श्री संजीव कौशल ने कहा कि मुख्यमंत्री अंत्योदय परिवार उत्थान योजना के अन्तर्गत अति गरीब परिवारों को वित्तीय सहायता प्रदान कर आय में वृद्धि हेतु विभिन्न योजनाओं के क्त्रियान्वयन में तेजी लाएं। साथ ही, ऐसे परिवारों के सदस्यों के अनुरूप नई योजनाओं की रूपरेखा भी तैयार कर प्रस्ताव सरकार को भेजें। इसके अलावा, उन्होंने यह भी निर्देश दिए कि इस मिशन के तहत लाभार्थियों की सफलता की कहानियों का भी व्यापक प्रचार-प्रसार किया जाए, ताकि अन्य लोग भी इन योजनाओं का लाभ उठाने के लिए प्रेरित हों।
मुख्य सचिव आज यहां वीडियो कॉन्फ्रेंसिंग के माध्यम से मुख्यमंत्री अंत्योदय परिवार उत्थान योजना के संबंध में प्रशासनिक सचिवों, जो इस योजना के क्त्रियान्वयन हेतु जिलों के ईंचार्ज भी हैं, के साथ समीक्षा बैठक की अध्यक्षता कर रहे थे।
श्री संजीव कौशल ने कहा कि वर्तमान में वैश्विक कोविड-19 महामारी की स्थिति के मद्देनजर अंत्योदय ग्राम उत्थान मेलों के दूसरा चरण का आयोजन स्थगित किया गया है। इस अवधि के दौरान अधिकारी प्रक्त्रियाधीन आवेदनों के अनुमोदन/स्वीकृति के लिए बैंकों के साथ समन्वय स्थापित कर प्रक्त्रिया में तेजी लाएं। साथ ही, अधिकारियों व कर्मचारियों को प्रशिक्षण प्रदान करने, प्लेसमेंट और लाभार्थी परिवारों की आय में वृद्धि करने हेतु समुचित कार्रवाई करें। जिन परिवारों ने कौशल विकास के लिए आवेदन किया है, उन्हें प्रशिक्षण प्रदान कर रोजगार के अवसर मुहैया करवाए जाएं और उनका रिकॉर्ड भी रखा जाए।
उन्होंने यह भी निर्देश दिए कि लाभार्थी की आयु सीमा, योग्यता या अवश्यकता के अनुसार यदि कोई नई योजना की रूपरेखा तैयार करना या पहले की योजनाओं में संशोधन करना आवश्यक हो, तो उसका प्रस्ताव बनाकर सरकार को जल्द से जल्द भेजें। उन्होंने कहा कि क्त्रियान्वयन संबंधी डाटा नियमित आधार पर एप और पोर्टल पर अपलोड किया जाए।
उन्होंने कहा कि मुख्यमंत्री अंत्योदय परिवार उत्थान योजना के तहत ऐसे लाभार्थियों, जिन्होंने विभिन्न योजनाओं व स्व-रोजगार, कौशल इत्यादि का लाभ उठाकर अपनी आय में वृद्धि करने की दिशा में कदम बढ़ाए हैं, उनकी सफलता की कहानियों का भी व्यापक प्रचार-प्रसार किया जाए, ताकि अन्य लोग भी इन योजनाओं का लाभ उठाने के लिए प्रेरित हों।
उन्होंने कहा कि मुख्यमंत्री श्री मनोहर लाल के निर्देशानुसार परिवार पहचान पत्र के तहत जिन परिवारों का आय व जाति का सत्यापन किया जा चुका है, उन परिवारों का पुनः आय व जाति का सत्यापन नहीं किया जाए, ताकि योजनाओं के क्त्रियान्वयन में वलंब न हो।
मुख्यमंत्री अंत्योदय परिवार उत्थान योजना के तहत 30,192 परिवारों को प्रदान की गई आर्थिक सहायता
बैठक के दौरान, मुख्यमंत्री अंत्योदय परिवार उत्थान योजना (एमएमएपीयूवाई) के मिशन निदेशक श्री मनदीप बराड़ ने मुख्य सचिव को अवगत कराया कि राज्यभर में 156 अंत्योदय ग्राम उत्थान मेलों का आयोजन किया गया, जिसमें आय सत्यापन के आधार पर 1 लाख रुपये से कम वार्षिक आय वाले 1,48,333 चिन्हित परिवारों को बुलाया गया। इस दौरान सभी लाभार्थियों को स्वरोजगार, मजदूरी, कौशल विकास आदि से संबंधित 18 विभागों की विभिन्न 54 योजनाओं के बारे में विस्तृत जानकारी दी गई।
उन्होंने बताया कि 95,341 परिवार अंत्योदय मेलों में आए। इन परिवारों में से 59,930 परिवारों को विभिन्न विभागों द्वारा सहायता मुहैया करवाई गई, जिनमें से 30,192 परिवारों को सहायता दी जा चुकी है। अब तक 274 लोन स्वीकृत किये जा चुके हैं। शेष परिवारों से अभी काउंसलिंग टीम उनकी योग्यता और वे क्या काम कर सकते हैं, जैसे जानकारियां जुटा रही हैं।
उन्होंने बताया कि इन मेलों के आयोजन के लिए विशेष एसओपी तैयार किए गए थे और इनके अनुसार ही जिला प्रशासन द्वारा व्यवस्था की गई थी। लाभार्थियों के प्रश्नों के निवारण के लिए मेलों में विशेष सहायता डेस्क स्थापित किए गए थे। इसके साथ ही, लाभार्थियों के साथ सरकारी योजनाओं की जानकारी सांझा करने के लिए जोनल समिति और परामर्श डेस्क भी स्थापित किए गए थे।
बैठक में सामाजिक न्याय एवं अधिकारिता विभाग के प्रधान सचिव श्री विनीत गर्ग, सामान्य प्रशासन विभाग के प्रधान सचिव श्री विजयेंद्र कुमार उपस्थित रहे।