Nawanshahr/ खटकड़ कलां का नेशनल हेरिटेज सर्किट के तहत विकास होगा

*स्वराज दर्शन के अंतर्गत विरासत और विकास का नया मील पत्थर बनेगा शहीद-ए-आज़म भगत सिंह से जुड़ा ऐतिहासिक स्थल 

 * नवीकृत जलियावाला बाग़ स्मारक राष्ट्र को समर्पित करते हुए प्रधानमंत्री ने की घोषणा      

         

           शहीद भगत सिंह नगर(नवांशहर) 

जिला का खटकड़ कलां गांव केंद्र सरकार की स्वराज दर्शन योजना के अंतर्गत नेशनल हेरिटेज सर्किट के तहत विकसित किया जाएगा। यह जानकारी आज प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी ने अमृतसर स्थित जलियावाला बाग स्मारक का नवीनीकरण स्वरूप राष्ट्र को अर्पण करने के बाद किये गये अपने भाषण में दी। प्रधानमंत्री वर्चुअल कार्यक्रम में दिल्ली से ही राष्ट्र को संबोधित कर रहे थे।

गौरतलब है कि खटकड़कलां ,भारतीय स्वतंत्रता संग्राम के शीर्ष नायक शहीद-ए-आज़म भगत सिंह के बाल्य और किशोर काल से जुड़ा उनका पैतृक गांव है। यहां उनका पुश्तैनी घर और उनके जीवन से जुड़ी वस्तुओं और उनके दर्शन को प्रदर्शित करता अजायबघर स्मारक के रूप में सरंक्षित है। इसके विकास की इस योजना से जहाँ देश विदेश बसी भारत की नई पीढ़ी को अपनी विरासत पर नाज़ होगा और उनमें राष्ट्र प्रेम का जज्बा बढेगा , वहीं  पंजाब के दोआबा क्षेत्र में राष्ट्रीय और अंतरराष्ट्रीय पर्यटन बढ़ने से क्षेत्र का आर्थिक विकास होगा और रोजगार एवं व्यवसाय के अवसर बढेगे। नवांशहर के समाजसेवक मनोज कंडा ने इस संदर्भ में प्रधानमंत्री का आभार व्यक्त किया है। उन्होंने बताया कि उन्होंने भी खटकड़कलां के विकास के लिए और इसे अंतर्राष्ट्रीय महत्व का स्मारक बनाने के आग्रह से भरा पत्र लिखा था।

मनोज कंडा

स्वराज दर्शन से जोड़े गए हेरिटेज सर्किट में आनंदपुर साहिब, फतेहगढ़ साहिब, अमृतसर, कलानौर और पटियाला भी शामिल किए गए है।

अपने वर्चुअल संबोधन में प्रधानमंत्री ने पंजाब के राष्ट्र प्रेम, देश भक्ति, धर्म और राष्ट्र रक्षा के इतिहास को नमन करते हुए गुरुओं, स्वतंत्रता सेनानियों, बलिदानियों, शूरवीरों, सैनिकों, अर्धसैनिक बलों को नमन किया। उन्होंने कहा कि केंद्र सरकार का स्वराज दर्शन अभियान देश की विरासत और विकास को नए दृष्टिकोण से आगे बढ़ाना है। प्रधानमंत्री ने इस अवसर पर देश के हर हिस्से हर वर्ग के लिए “सब का साथ सब का विकास” के अपने संकल्प को दोहराया।

नवीनीकरण के बाद जलियावाला बाग़ और पंजाब की ऐतिहासिक विरासत और इससें जुड़े 1919 के नरसंहार को सजीव करती आर्ट गैलरियां, अमर शहीद ज्योति और आधुनिकता से सहेजी विरासत का अदभुत नमूना पेश किया गया है।

 

 

You May Also Like