चंडीगढ़/ मेट्रो ब्यूरो
पंजाब कांग्रेस के कलेश के दरमियान चरनजीत सिंह चन्नी को प्रदेश का नया मुख्यमंत्री बनाए जाने के बाद बहुजन समाज पार्टी पंजाब के प्रधान जसवीर सिंह गढ़ी ने कहा कि आजादी के 74 वर्षों बाद यानि को पौनी सदी बीत जाने के बाद कांग्रेस के पंजाब में दलित प्रेम जागना बहुजन समाज पार्टी की पंजाब में बढ़ी ताकत के चलते कांग्रेस में पाई जा रही दहशत का परिणाम है।
बसपा प्रधान गढ़ी ने मुख्यमंत्री बनने पर जहां चरनजीत सिंह चन्नी को बधाई दी वहीं, उन्होंने कांग्रेस पर तंज कसते हुए कहा कि आजादी के इतने लंबे अर्से के बाद पंजाब में दलित मुख्यमंत्री बनाने का फैसला लेना कांग्रेस की नालायकी है। उन्होंने कहा कि कांग्रेस ने दलित चेहरा यदि देना ही था तो उस तरीके का कोई दलित चेहरा दिया जाना चाहिए था जिसने दलित समाज के अधिकारों की रक्षा के लिए कभी कोई लड़ाई लड़ी हो अथवा संघर्ष किया होता। उन्होंने कहा कि पंजाब में पिछले समय में बसपा ने जिस अंदाज में काम किया और दलित व पिछड़े वर्ग के लोग बसपा के साथ बड़ी संख्या में जुड़े हैं, यही कारण है कि कांग्रेस ने बसपा को रोकने के लिए ही यह फैसला लिया है। उन्होंने कहा कि जो दलित चेहरा कांग्रेस ने मुख्यमंत्री बनाया है वो पंजाब का तो क्या हो सकता है, वो दलितों का भी नहीं क्योंकि साढ़े चार सान में यह व्यक्ति कैबिनेट में रहा लेकिन इन साढ़े चार सालों में दलितों की एक भी मांग अथवा एक भी मुद्दे पर इसने ना तो कोई स्टेंड लिया और ना की कोई संघर्ष किया। प्रधान गढ़ी ने कहा कि जो सीएम कांग्रेस ने चयनित किया उसकी छवि बहुत ही शक वाली है क्योंकि पंजाब की महिला अफसरों ने मी-टू केस तक दर्ज करवाए, मी-टू की शिकायतें तक दर्ज हुईं, महिला कमिशन के पास केस चल रहा है और इस वजह से बहुजन समाज पार्टी दलित चेहरे का तो स्वागत करती है लेकिन कांग्रेस की नालायकी और कांग्रेस की इसके पीछे की जो कुटिल मनशा है, उसकी निंदा भी करती है।