Nawanshahar/पर्यावरण सुरक्षा और सरंक्षण को चुनावी मुद्दा बनाने के लिए सियासी दलों पर दबाव बनाए जनता, नही तो दबाओ नोटा : संत सीचेवाल

* पर्यावरण सरंक्षक बाबा ने कहा , विधानसभा चुनाव स्वर्णिम अवसर, बाद में धरने लगाने की अपेक्षा लोकतन्त्र की राजा जनता , सरकार बनाने से पहले सियासी दलों को दें अपने ऐजंडे
       
                          नवांशहर/ एम कुमार
राजनीतिक दलों को अपने चुनावी घोषणा पत्र में पंजाब के लिए सर्वोच्च अनिवार्य, पर्यावरण के मुद्दे को शामिल करना चाहिए, नहीं तो आने वाला समय और भीषण होगा। हमारे पास अब सिर्फ 17 साल के लिए पेयजल बाकी है परंतु अभी तक इस दिशा में चिंतन ही किया गया है लेकिन न ही चिंता की जा रही है और न ही समाधान की ओर कदम बढ़ाए गए है।
 यह बात आज यहां पर्यावरण सुरक्षा और सरंक्षण के अग्रदूत पद्मश्री संत बलबीर सिंह सींचेवाल ने कही। श्री गुरुनानक देव के फलसफे को समर्पित सीचेवाल आजकल उक्त विषय प्रदेशव्यापी लोकजागरण कर रहे हैं।
स्थानीय रोटरी क्लब भवन में प्रबुद्ध नागरिकों से मुखातिब होने के बाद पत्रकारों से वार्ता में उन्होंने  ने कहा कि राजनीतिक दलों से मुफ्त संस्कृति, पैसे और शराब के लोभ में मतदान करने वालों की अधिकतम संख्या 20 प्रतिशत होगी लेकिन 80 प्रतिशत मतदाता ऐसे हैं जो कुछ मांग नही रखते और सिर्फ वोट डालते हैं। इस लिए वास्तविक लोकमुद्दे चुनाव का हिस्सा नही बनते और वोट बटोरने के मुद्दे प्रमुखता हासिल कर जाते है।
सीचेवाल ने कहा,  यही 80 प्रतिशत मतदाता यदि जाग्रति से सार्थक भूमिका अदा करते हुए असल लोक मुद्दे सियासी दलों और प्रत्याशियों के सामने रखकर नीतियों में शामिल।करने का दबाव बनाए तो निसन्देह सत्ता के सीढ़ी चढ़ने के लिए उन्हें उनकी बात माननी ही होगी।
उन्होंने कहा कि पर्यावरण से जुड़े सभी पहलू मौलिक अधिकारों से जुड़े है और संविधान द्वारा भी नागरिकों को प्रदत किये गए है। इसलिए जनता की जीने के अधिकार की अपनी मांग को सियासी दलों के घोषणा पत्र में शामिल करवाना चाहिए और यदि कोई ऐसा नही करता तो ई वी एम मशीन पर नोटा के बटन के प्रावधान का लाभ उठा कर उसे दबाए। इसी जागृति से राजनीतिक और चुनावी सुधार होंगे।
 उन्होंने आगे कहा कि सियासी दलों और प्रत्याशियों के चुनावी घोषणा पत्र को कानूनी दस्तावेज बनाये जाने की मांग भी बुलंद होनी चाहिए ताकि राजनीतिक दल अपने घोषणापत्र में झूठे वादे करके मतदाताओं को ठगने से गुरेज करें।
सीचेवाल ने कहा कि हमारे सामने पहला बड़ा मुद्दा चुनाव घोषणापत्र में पर्यावरण को शामिल करना है, जिसके बाद उसे कानूनी दस्तावेज बनाना होगा और फिर इस एजेंडे को लागू करना होगा। उन्होंने स्पष्ट किया कि जब तक लोग स्वयं अपने पर्यावरण के मुद्दे से अवगत नहीं होंगे, यह नेताओं के एजेंडे में नहीं होगा। उन्होंने चिंता व्यक्त करते हुए कहा कि पहले पंजाब में वन क्षेत्र 40 प्रतिशत हुआ करता था लेकिन अब यह केवल 4 प्रतिशत है।
सन्त सीचेवाल ने कहा कि चुनाव का समय हैअब जब नेता आपसे वोट मांगने के लिए घरों में आ रहे हैं, तो सवाल पूछा जाना चाहिए कि इस कमी को पूरा करने के लिए वे क्या कदम उठाएंगे। उन्होंने कहा कि पंजाब की हवा और पानी को साफ रखने के लिए सभी राजनीतिक दल आगामी विधानसभा चुनाव के लिए अपने चुनावी घोषणा पत्र में पर्यावरण और जल संरक्षण के मुद्दे को शामिल करें।
संत बलबीर सिंह सींचेवाल  ने शिक्षित लोगों और युवा पीढ़ी से सोशल मीडिया की ताकत को समझने और लोगों को जागरूक करने की अपील की है कि इस बार बिना किसी लालच के उन्हें अपने कीमती वोट का मूल्य जानना चाहिए और पार्टियों के सामने अपने मौलिक अधिकारों की मांग करनी चाहिए। प्रमुख मुद्दे शिक्षा, स्वास्थ्य और रोजगार के साथ-साथ पर्यावरण कहां है और वे इसके बारे में क्या करने की योजना बना रहे हैं यह भी लोगो को सियासी दलों से पूछनी चाहिए। पढ़े-लिखे लोगों और युवा पीढ़ी की अब तक की खामोशी के कारण जहां हमारा पानी कीमत पर बिक रहा है, वहीं हमारी हवा भी कीमत पर बिक रही है। उन्होंने कहा कि हमारी खामोशी ही हमारी बर्बादी का कारण है इसलिए हम सभी से इस चुप्पी को तोड़ने और हवा, पानी और पृथ्वी की आवाज बनने की अपील करते हैं.
इससे पूर्व वरिष्ठ पत्रकार और जागदा पंजाब जत्थेबंदी के संयोजक राकेश शांतिदूत ने विषय वस्तु से अवगत करवाया की इस जागृति मुहिम को बेटन रेस की तरह एक से दूसरे हाथ को सौंप कर एक क्रांति के माध्यम से लक्ष्य हासिल करना होगा। वार्ता के समन्वयक और हरियावल पंजाब अभियान के को आर्डिनेटर मनोज कंडा ने उपस्थिति का परिचय दिया और समाप्ति पर धन्यवाद किया।
इस वार्ता में  आर्य समाज के कार्यकारी अध्यक्ष विनोद भारद्वाज,  मनीष माणिक( जिला समन्वयक, रवीश दत्ता,  मोहित ढल,  राजन अरोड़ा,  संजीव दुग्गल,  , हितेश गांधी, मनोज जगपाल, हतिंदर खन्ना, विजय कुमार, अनिल केसर,  गुरु राम दास सेवा सोसायटी के अध्यक्ष जसविंदर सिंह, प्राचार्य अमरजीत सिंह शामिल हुए।
इस मौके पर विभिन्न राजनीतिक दलों के प्रतिनिधि,
 पूनम माणिक,गगन अग्निहोत्री सहित ,  रवीश दत्ता, भारत ज्योति, तजिंदर पाल सिंह, अर्शदीप उपस्थित थे और उन्होंने संत सीचेवाल से ग्रीन मेनिफेस्टो प्राप्त किया और इसे अपनी पार्टी के एजेंडे में लाने का वादा किया।

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