पंजाब विधानसभा के नवनिर्वाचित सदस्यों में 50 प्रतिशत पर आपराधिक मुकद्दमे

*एक पर कत्ल ,दो पर कत्ल के प्रयास और तीन पर महिला उत्पीडन के मामले                 

                     जालन्धर/मैट्रो ब्यूरो

पंजाब विधानसभा के लिए नवनिर्वाचित 117 विधायकों में से कुल 58 यानि 50 प्रतिशत पर आपराधिक मामले दर्ज है। यह दावा आज यहाँ एक प्रेस कांफ्रेंस में एसोसिएशन फ़ॉर डेमोक्रेटिक रिफॉर्म्स एंड इलेक्शन वाच ने किया है। संस्था ने अपने दावे का आधार इन विधायकों द्वारा उम्मीदवारी के लिए किए गये नामांकन के साथ दिए इनके हल्फ़िय बयानों की, की संस्था द्वारा की गई विस्तृत छानबीन को बताया है।
संवाददाताओं के साथ वार्ता में संस्था के जसमीत सिंह, परविंद्र सिंह कितना और हरजोत सिंह ने बताया कि 2017 में यह संख्या 16 विधायकों के साथ 14 प्रतिशत थी। गंभीर आपराधिक मामलों वर्तमान संख्या 27 विधायकों के साथ 23 प्रतिशत है जबकि गत विधानसभा में यह संख्या 11 विधायकों के साथ सिर्फ 9 प्रतिशत थी।
संस्था के अनुसार आपराधिक मामलो में नामज़द विधायकों में सर्वाधिक संख्या सत्तारूढ़ होने जा रही आम आदमी पार्टी के विधायकों की है। इसके 92 विधायकों में 52 यानी 57 प्रतिशत है। इज़ी क्रम में काँग्रेस के 18 में से 3 यानी 23 प्रतिशत, अकाली दल के 3 में से 2 यानि 67 प्रतिशत और भाजपा के 2 में से 1 यानि 50 प्रतिशत है।
गम्भीर अपराधों की श्रेणी में 1 पर कत्ल 2 पर कत्ल के प्रयास और तीन पर महिला उत्पीड़न के मामले दर्ज हैं।
गम्भीर अपराधों की श्रेणी में आप के 23 कांग्रेस के 2 अकाली दल के भी 2 विधायक शामिल हैं।

शिक्षा के मामले में 45 की शिक्षा 5वीं से 12वीं कक्षा तक है जबकि67 स्नातक या उससे ऊपर हैं जबकि 5 डिप्लोमा होल्डर हैं।
नव निर्वाचित विधायकों की संपदा के मामले में प्रति विधायक औसत 10 करोड़ से ऊपर है। जबकि आप के मोहाली से विधायक कुलवंत सिंह,238 करोड़ , कांग्रेस के कपूरथला से के राणा गुरजीत सिंह 125 करोड़ और आप के सुनाम से अमन अरोड़ा 95 करोड़ रुपये के साथ सबसे अमीर तीन विधायक हैं।

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