वसुदेव कटुम्बकम के थीम पर आर्ट ऑफ लिविंग ने मनाया 9वां अंतर्राष्ट्रीय योग दिवस

                      नवांशहर/मैट्रो समाचार सेवा

पूरे विश्व को एक सूत्र में पिरोने के संकल्प से आर्ट ऑफ लिविंग ने 9वें अंतर्राष्ट्रीय योग दिवस को महोत्सव की दृष्टि से वसुदेव कटुम्बकम के थीम पर आयोजित किया।  संस्था के कर्मठ शिक्षकों व कार्यकर्ताओं द्वारा जन जन जागरूक करने हेतु पार्कों , संस्थानों में योग की विशेष सिखलाई दी। वहीं अंतर्राष्ट्रीय योग महोत्सव के उत्साह में शहर के विभिन्न स्थानों पर कार्यक्रम आयोजन कर योग दिवस का प्रोटोकॉल अभ्यास करवाया गया । जिला शहीद भगत सिंह नगर में टॉपन स्पेशलिटी फिल्म्स प्राइवेट लिमिटेड बलाचौर में , और आर के आर्य कॉलेज में में आर्ट ऑफ़ लिविंग द्वारा आयोजित इस भव्य कार्यक्रम में लोगो ने बढ़ चढ़ कर हिस्सा लिया। संस्था के शिक्षक रंजना बजाज और मनोज कण्डा व अन्य शिक्षकों के साथ साथ स्वयंसेवक उमा कलिया ने अलग अलग जगह योग करवाकर लोगों को जागरूक किया।

संस्था के मीडिया प्रभारी मनोज कण्डा ने बताया कि पदम् श्री सम्मान से अलंकृत विश्व शांतिदूत,  परम् पूज्य गुरुदेव श्री श्री रवि शंकर ने बेल्जियम की पार्लियामेंट में योग महोत्सव का सेलिब्रेशन किया।

योग को जीवन में अपनाने का संदेश देते हुए गुरुदेवश्री श्री रवि शंकर ने कहा कि योग को समग्रता से देखा जाता है, जिससे शारीरिक, मानसिक, भावनात्मक और अध्यात्मिक विकास हो। योग उत्साही चिंता और तनाव को दूर करने में योग की प्रभावशीलता को मानते हैं। योग जीवन में अनुभव किए जाने वाली नकारात्मक भावनाओं को प्रसन्नता, स्थिरता एवम् शांति में परिवर्तित कर देता है। जीवनशैली की अव्यवस्थाओं, जिनकी जड़ें तनाव, थकान, आराम पसंद व गलत जीवनशैली में हैं, को संभालने के लिए योग समय – समय पर परीक्षित की गयी  औषध है।

गुरुदेव श्री श्री रविशंकर योग के विज्ञान और केवल शारीरिक रूप से किए जाने वाले आसनों के बीच अंतर को बताते हुए कहते हैं,” मनुष्य के सम्पूर्ण सामर्थ्य का उदय होना ही योग है। दुख को आने से पहले ही रोक देना योग है। योग वह लहर है जो अपनी गहराई से जुड़ी है।यह हमें प्रसन्नता के स्रोत की ओर ले जाता है, जो मानव जाति की सर्वश्रेष्ठ संपत्ति है। संपत्ति का उद्देश्य प्रसन्नता एवं विश्राम प्रदान करना है और योग सम्पूर्ण विश्राम प्रदान करता है। इन कार्यक्रमो का प्रसारण ऑनलाइन भी किया गया।

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