*आर्ट ऑफ लिविंग का हैप्पीनेस योग शिविर से ऊर्जा का हुआ नया संचार
नवांशहर/मेट्रो समाचार सेवा
आर्ट ऑफ लिविंग के हैप्पीनेस प्रोग्राम में होने वाली सुदर्शन क्रिया, ध्यान, योग व गुरूदेव द्वारा प्रदत्त ज्ञान ने नजरिया ही बदल दिया। सुदर्शन क्रिया से आत्मचित्त होकर कार्य करने का एक नया अनुभव हो रहा है। आज समस्या मुझ पर हावी नहीं है बल्कि में समस्या पर हावी हॅू। चित्त को शांत और मन प्रसन्न करने वाले प्रोग्राम ने जीवन में नया बदलाव लाया है । यह विचार आर्ट ऑफ़ लिविंग द्वारा डी ए एन कॉलेज ऑफ़ एजुकेशन में आयोजित आनंद उत्सव में साधको ने कार्यक्रम के अंतिम दिन में सबके साथ सांझे किये। साधकों ने बताया कि इस कोर्स के माध्यम से एवं गुरुदेव श्री श्री रवि शंकर के ऑनलाइन सेशन से एकाग्रता में वृद्धि , मजबूत याददाश्त, आत्मविश्वास में बढ़ोतरी, निर्णय लेने की क्षमता में विकास, सम्बन्धों में मधुरता, उच्च कार्य क्षमता और उर्जा, नेत्रत्व क्षमता में विकास, परिस्थितियों और व्यक्तियों से निपटने की कुशलता व विचारों में स्वच्छता, शारीरिक व मानसिक विकास आदि समस्याओं से लड़ने की आत्मशक्ति के लिए विशेष तौर से सुदर्शन क्रिया व ध्यान प्राणायाम सिखाया गया जो कि बहुत ही प्रभावी है।
शिविर के समापन पर प्रोग्राम के मुख्य अथिति आर्य समाज के उपप्रधान एवं आर्ट ऑफ़ लिविंग के सदस्य विनोद भारद्वाज ने कहा की आर्ट ऑफ लिविंग संस्था के संस्थापक जिंदगी को नए सिरे से दिखाने वाले गुरूदेव श्री श्री का उद्देश्य ही हिंसामुक्त और तनावमुक्त जीवन जीने की कला से लोगों को परिचित कराना है। गुरुदेव ने समाज में सकारात्मक विचारों को फैलाने का का संदेश दिया है। यह संकल्प हम सभी का भी होना चाहिए है जिसे आज मिशन के रूप में पूरे विश्व के 160 से भी अधिक देशों में चलाया जा रहा है और इसके मूल में खुशी और स्वतंत्रता का अनुभव कराना है।
शिविर के दौरान प्रतिभागियों ने अपने अनुभव बताते हुए कहा कि हमने शिविर के दौरान जहां जीने की कला सीखी वहीं सुदर्शन क्रिया, योग, ध्यान, प्राणायाम के साथ ही दैनिक जीवन को कैसे व्यवस्थित करें यह भी सीखा। आर्ट ऑफ लिविंग के हैप्पीनेस प्रोग्राम की ध्यान योग ने हमारा नजरिया ही बदल दिया। चित्त को शांत और मन प्रसन्न करने वाले हैप्पीनेस प्रोग्राम ने जीवन में नया बदलाव लाया है। आर्ट ऑफ लिविंग के हैप्पीनेस प्रोग्राम के सभी साधकों का अनुभव यही था। इस अवसर पर आर्ट ऑफ़ लिविंग चैप्टर से देवकी नंदन , रमन मल्होत्रा , राजन अरोड़ा , हतिंदर खन्ना ने भी अपने विचार रखे और आर्ट ऑफ़ लिविंग के शिक्षकों विवेक बांसल , राहुल सिंह , मुकेश रानी , मनोज कण्डा , ममता और कॉलेज की मैनेजिंग कमेटी एवं प्रिंसिपल का भी धन्यवाद किया। इस आनंद उत्सव में लगभग 75 प्रतिभागियों ने भाग लिया जिसमे कई पुराने प्रतिभागी भी शामिल थे।