जालन्धर/मैट्रो सेवा
भारत में अफगानिस्तान के राजदूत, महामहिम फरीद ममुंदजाय ने लवली प्रोफेशनल यूनिवर्सिटी (एलपीयू) का दौरा किया, जहां उन्होंने प्रो वाइस चांसलर डॉ संजय मोदी और वाईस प्रेजिडेंट अमन मित्तल सहित विश्वविद्यालय शीर्ष लीडरशिप के साथ महत्वपूर्ण चर्चा की। इस अवसर पर आपसी हित के विभिन्न विचारों और मुद्दों, विशेष रूप से एलपीयू में अफगानी विद्यार्थियों को दी जाने वाली सर्वोत्तम शिक्षा आदि का आदान-प्रदान किया गया और उन पर गहन चर्चा की गई।
एलपीयू के अधिकारियों और एलपीयू में अफगान विद्यार्थियों को अपनी शुभकामनाएं देते हुए, एम्बेसडर ने साझा किया कि वह पंजाब में अपने देश के युवाओं के लिए, विशेष रूप से एलपीयू में, हायर एजुकेशन के प्रति विशाल संभावनाएं महसूस करते हैं। अपने देश के लिए विभिन्न शीर्ष पदों पर कार्य करने के बाद, महामहिम राजदूत ममुंदजाय बर्मिंघम विश्वविद्यालय (यूके) से इंटरनेशनल एकाउंटिंग एंड फाइनेंस में पोस्ट ग्रेजुएट हैं, और अमेरिकी विश्वविद्यालय अफगानिस्तान में व्यावसायिक फैकल्टी सदस्य के रूप में, उन्होंने एक स्वतंत्र सलाहकार के रूप में संयुक्त राष्ट्र और कई अंतर्राष्ट्रीय विकास एजेंसियों के लिए भी काम किया है।
उन्होंने शासन और डेवलपमेंट स्टडीज पर अकादमिक पत्रिकाओं के लिए कई लेख भी लिखे हैं। परिसर में विशिष्ट अतिथियों की उपस्थिति के बीच अफगान युवाओं की आकांक्षाओं को भांपते हुए, वाईस प्रेजिडेंट श्री अमन मित्तल ने होनहार अफगान विद्यार्थियों को एलपीयू के निरंतर समर्थन के बारे में राजदूत को आश्वासन दिया। मित्तल ने अतिथि को यह भी बताया कि संकट की घड़ी में चाहे वह महामारी के कारण हो या देश में; एलपीयू ने अफगानी विद्यार्थियों को जब भी मदद की जरूरत थी वह आगे बढ़ कर की ताकि उनका भविष्य अनिश्चित न हो। विद्यार्थियों को सहायता प्रदान करने के लिए एलपीयू में अंतर्राष्ट्रीय मामलों का कार्यालय भी सातों दिन चौबीस घंटे कार्यरत रहता है।
इससे पहले, महामहिम अफगान एम्बेसडर ने परिसर का सूचनाप्रद दौरा भी किया था, और कोविड -19 प्रोटोकॉल का पालन करते हुए, एलपीयू परिसर में ही नामांकित कुछ अफगान छात्रों के साथ बातचीत भी की।
इस अवसर पर इस्लामिक गणराज्य अफगानिस्तान से शिक्षा अटैची सेदिकुल्लाह सहर, सांस्कृतिक अटैची हमदुल्ला अरबाब और निजी सहायक मोहम्मद इद्रीस भी राजदूत के साथ थे।