Chandigarh/ निहंग नेता और तोमर की तस्वीर पर बड़ा खुलासा करेंगे बंदूक बहादुर पिंकी

* बोले, मुझ से पंगा न लें राजनेता, नही तो बता दूंगा कि कैसे की जाती है घेरा बंदी, पहले भी भस्मासुर साबित हो चुके हैं आतंकवाद में पंजाब पुलिस के हीरो रहे बर्खास्त इस्पेक्टर गुरमीत सिंह

* निहंगों का भाजपा से मिलना नया नहीं, गत डेढ़ दशक से होती आई हैं मुलाकातें

                   

                    चंडीगढ़/मेट्रो ब्यूरो

कत्ल केस में सजायाफ्ता पंजाब पुलिस के पूर्व इंस्पेक्टर गुरमीत सिंह पिंकी ने कहा है कि वह दो चार दिन बाद जांच पड़ताल के बाद निहंग नेता अमनदीप सिंह और केंद्रीय कृषिमंत्री श्री नरेंद तोमर , भाजपा नेता सुखमिंदर ग्रेवाल और अन्य के साथ उनकी वायरल तस्वीर के पीछे की साजिश का भंडाफोड़ करेंगे।
यह बात उन्होंने एक टी वी चैनल के साथ एक्सक्लूसिव इंटरव्यू के दौरान बार बार उन्हें कुरेदे जाने के बाद कही। हालांकि उन्होंने ने यह दोहराया कि उनका इस तस्वीर से इतना ही वास्ता है कि जब वह अपने किसी काम से केंद्रीय मंत्री को भाजपा नेता सुखमिंदर ग्रेवाल के साथ मिलने गए थे और उसी समय निहंग नेता के साथ खींचे गए चित्र में वह भी खड़े दिखाई दे रहे हैं। उनका यह भी कहना है कि निहंग नेता और कुछ अन्य निहंग भी उनके इसलिए परिचित हैं कि निहंगों के बड़े बाबा सुरजीत सिंह भी उनके अच्छे परिचित है।
उनका यह भी कहना है कि निहंग नेता अमनदीप सिंह, भाजपा नेता सुखमिंदर ग्रेवाल से अनुमति मिलने के बाद ही उनके साथ गये थे लेकिन वह मंत्री से अपनी बात, जो उनके छीने गए बहादुरी अवार्ड लौटाने के लिए मदद मांगने से जुड़ी है, करके , लौट आये थे। पिंकी ने कहा कि अमनदीप से मुलाकात की जानकारी मीडिया केंद्रीय मंत्री तोमर या सुखमिंदर ग्रेवाल से ही पूछे।
गौर हो कि गुरमीत पिंकी पंजाब में आतंकवाद के दौर के बंदूक बहादुर के रूप में विवादित रहे है और बाद में कई बड़े खुलासे करके भी वह विवादों में फंसे है और निहंग नेता अमनदीप सिंह निहंगों के उस दल के मुखिया हैं जिसके कुछ सदस्यों ने सिंघु बॉर्डर पर तरनतारन के लखबीर सिंह की क्रूरतम हत्या बेअदबी के कथित आरोप लगाते हुए की थी और उसको तड़पते हुए बेरिकेड पर लटका दिया था और बाद में इसकी जिम्मवारी भी लेते हुए आत्मसमर्पण कर दिया था। इस सारे प्रकरण के कुछ वीडियो सोशल मीडिया पर वायरल भी हुए हैं ।

पिंकी ने इस इंटरव्यू में कहा है कि आंतकवाद में आम जनता की रक्षा के लिए दिखाई गई वीरता का खामियाजा वह भुगत रहे हैं और निर्दोष होने के बावजूद 20 साल की सजा काट चुके है। उन्होंने पत्रकारों से उन्हें बेवजह नए मामले में न घसीटने का आग्रह किया और राजनैताओं को चेतावनी दी कि वह उन्हें न छेड़ें अन्यथा वह ऐसे खुलासे करेंगे कि उन्हें निकलने का रास्ता नही मिलेगा। उन्होंने कहा कि राजनेता मेरे सिर पर अपनी रोटियां न सेकें।

गौर हो कि पिंकी की उक्त फ़ोटो वायरल होने पर कांग्रेस नेता सुनील जाखड़ ने ट्वीट किया है। पिंकी ने कहा कि निर्दोष होने के बावजूद उन्हें जेल भेजने वालों में जाखड़ भी शामिल है और अब फिर राजनीति कर रहे हैं।

बाबा अमनदीप के साथ अपनी जान पहचान के बारे में उन्होनें कहा कि पटियाला जेल में उसके साथ उसकी भेंट होती थी वही वाकिफ बने। वह अब किसान मोर्चे पर बैठा है और भाजपा नेता सुखमिंदर उनका रिश्तेदार है उसने कई बार कहा था कि निहंग यदि उनके वाकिफ है तो वह उनसे बात करें। पिंकी ने कहा कि जब वह सुखमिंदर के जरिये मंत्री से मिलने जा रहे थे तो सिंघु बॉर्डर पर अमनदीप मिल गया जब मैंने उसे बताया कि वह अपने काम से मंत्री को मिलने जा रहा है तो उसने भी इच्छा जाहिर की तो उन्होंने सुखमिंदर से बात करने के बाद उसे साथ चलने को कह दिया।
भले ही पिंकी यह कह रहे हों कि 5 अगस्त 2021 को हुई इस मुलाकात का उनके साथ कोई लेना- देना नही है लेकिन
इंटरव्यू में उनके बयान यह अवश्य साबित कर रहे है कि किसान आंदोलन में निहंगों के माध्यम से मध्यस्थ बनने के इच्छुक नेताओं के पिंकी अपने काम के चक्कर में जाने अनजाने सूत्र अवश्य बन गए हैं और लखबीर सिंह हत्याकांड के बाद वायरल फ़ोटो में उनकी उपस्थिति की वजह से विवाद के केंद्र बिंदु बन गए है।
वैसे निहंगों के भाजपा से रिश्ते कोई नए नही हैं इससे पूर्व भी पंजाब में सदृढ़ जमीन तलाशती भाजपा के कई प्रांतीय नेता निहंगों के कुछ अन्य समूहों को गत डेढ़ दशक में भाजपा और संघ के राष्ट्रीय नेताओं को प्रत्यक्ष परोक्ष रूप से मिलवाते रहे है।
बंदूक बहादुर पिंकी ने कहा है कि जो नेता उन्हें घेरने की कोशिश कर रहे हैं ,वह अगर नही हटे तो वह उन्हें असल।में बताएंगे कि घेरा कैसे जाता है।

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