विद्या धाम में ‘तनेजा आचार्य प्रशिक्षण केंद्र’ का उद्धघाटन किया

* संवेदना, सेवा, सहयोग व समर्पण भारतीय संस्कृति के अंग राजेन्द्र कुमार
            जालन्धर/मेट्रो एनकाउन्टर समाचार सेवा

‘समाज के शोषित-वंचित वर्ग के अपने बन्धु बांधवों के प्रति मन में कुछ करने की भावना ‘संवेदना’ है | निष्काम कर्म ही सेवा है | समाज के प्रत्येक अंग के विकास हेतु सहयोग और समाज हित में अपनी शक्ति, सम्पन्नता और साधन का उपयोग समर्पण है | यही संवेदना, सेवा, सहयोग और समर्पण भारतीय संस्कृति के अंग हैं | शरीर के किसी अंग में चोट लग जाने पर पूरा शरीर उस कष्ट को दूर करने का प्रयत्न करने लगता है | इसी प्रकार समाज के किसी अंग में कोई समस्या होने पर उसे दूर करने का हमें प्रयास करना चाहिए | कुछ प्राप्ति की इच्छा से किया गया काम सेवा नहीं है | अपने यहां कहा जाता है ‘एक हाथ से देने पर दूसरे हाथ को पता नहीं लगना चाहिए |’ यह विचार 7 जुलाई को विद्या धाम में विद्या भारती उत्तर क्षेत्र के प्रचार प्रभारी और राष्ट्रीय स्वयंसेवक संघ के वरिष्ठ प्रचारक राजेन्द्र कुमार ने व्यक्त किए | अवसर था ‘तनेजा आचार्य प्रशिक्षण केंद्र’ के उद्धघाटन कार्यक्रम का।

राजेन्द्र कुमार ने मार्गदर्शन करते हुए आगे कहा कि किसी का सहयोग करते हुए मन में अहंकार नहीं आना चाहिए | ‘तेरा तुझको अर्पण’ के भाव के साथ सेवा करना चाहिए | विद्या धाम के खचाखच भरे हुए ‘डा. आबेडकर सभागार’ में उपस्थित प्रबुद्ध नागरिकों का आह्वान करते हुए राजेन्द्र कुमार ने कहा ‘आइए हम सब अपने परिवार से आगे बढ़कर समाज हित में काम करने की दिशा में कदम बढाएं |’

‘तनेजा आचार्य प्रशिक्षण केंद्र’ के भव्य लोकार्पण कार्यक्रम के अंतर्गत सर्वप्रथम प्रातः 10 बजे श्री हनुमान चालीसा का पाठ किया गया जिसमें विद्या धाम के सभी कर्मचारी व अधिकारी उपस्थित रहे | इसके बाद विद्या भारती उत्तर क्षेत्र के अध्यक्ष दिल्ली से अशोक पाल, संगठन मंत्री विजय नड्डा, उपाध्यक्ष सुरेन्द्र अत्री, प्रचार प्रमुख राजेन्द्र कुमार, विद्या भारती पंजाब के अध्यक्ष जयदेव वातिश ने मिलकर वेदमंत्रों के उच्चारण के साथ नारियल फोड़कर विद्या धाम के तृतीय तल पर नवनिर्मित ‘तनेजा आचार्य प्रशिक्षण केंद्र’ का लोकार्पण किया।

इस अवसर पर वरिष्ठ पत्रकार वरिंदर वालिया, गगरेट के विधयाक राजेश ठाकुर, अवकाश प्राप्त आई.ए.एस. अधिकारी प्रवीण सैनी व अन्य गणमान्यों ने मिलकर चंदन के पौधे लगाकर उनके संरक्षण का भी संकल्प लिया |

विद्या भवन के डा. अंबेडकर सभागार में हुए उक्त कार्यक्रम में वंदना केशव विद्या निकेतन की छात्राओं और दीदियों ने की जबकि मंच संचालन प्रधानाचार्य डा.अखिलेश्वर अरोड़ा ने किया |

सर्वहितकारी शिक्षा समिति के वित्त सचिव व कार्यलय के प्रभारी विजय ठाकुर ने ‘तनेजा आचार्य प्रशिक्षण केंद्र’ की जानकारी देते हुए बताया कि इस केंद्र में एक साथ 50 आचार्यों के प्रशिक्षण की व्यवस्था होगी | इस प्रशिक्षण केंद्र के निर्माण में ‘तनेजा फाउन्डेशन, दिल्ली’ का महत्वपूर्ण योगदान है |

इस फाउन्डेशन के संचालक ‘रामकृष्ण तनेजा’ को भी आना था परन्तु कुछ कारणों से वे नहीं आ सके परन्तु उन्हें आन लाइन जुड़ जोड़ कर उन्हें संस्था की ओर से धन्यवाद दिया गया । रामकृष्ण तनेजा को  भेंट किया गया स्मृति चिन्ह अशोक पाल ने ग्रहण किया | कार्यालय अधीक्षक नरेंद्र शर्मा ने पूरे विद्या धाम परिसर की जानकारी सभी के सामने रखी | वीरेन्द्र सिंह वालिया, राजेश ठाकुर और अशोक पाल ने भी अपने विचार व्यक्त किए | अंत में महामंत्री अशोक बब्बर ने आए हुए सभी अधिकारियों, अतिथियों और उपस्थित प्रबुद्ध जनों को धन्यवाद ज्ञापित किया |

उल्लेखनीय है कि गगरेट के विधायक राजेश ठाकुर ने इस अवसर पर अतिथियों के लिए ‘हिमाचली धाम’ की व्यवस्था की थी ।

कार्यक्रम में उपरोक्त  अतिरिक्त प्रशिक्षण प्रमुख हर्ष कुमार, हिमाचल शिक्षा समिति के संगठन मंत्री ज्ञानचंद, पंजाब के कार्यकारिणी सदस्य मालेरकोटला से रवीन्द्र बधावन, मोहाली से आर.के.चौधरी, चंडीगढ़ से बी.एस.कंवर और चन्द्रहास पुरी, जालन्धर से ऊषा चौधरी, डा.रेखा कालिया, सुमेश लूथरा, कोटकपूरा से सतपाल अरोड़ा, संगरूर से सतपाल बंसल, मोहाली से पर्यावरण प्रमुख ओम प्रकाश के साथ प्रकाशवती विद्या मंदिर की प्रधानाचार्य नीलम शर्मा,  रंजना मित्तल, केशव विद्या निकेतन प्रायमरी विंग से ऊषा भी शामिल हुए ।

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