जालन्धर/मैट्रो ब्यूरो
जालन्धर लिट्रेरी फोरम ने शहीद- ए -आजम भगत सिंह के जन्मदिन को समर्पितं अपने पुस्तक वितरण पखवाड़े का शुभारंभ सोमवार की शाम कर दिया। गौरतलब है कि फोरम भारतीय महापुरुषों और बलिदानियो से सम्बद्ध दिवसों पर किसे आयोजन युवा पीढ़ी को अपने इतिहास की जानकारी मुहैया करवाने और उनमें साहित्य पठन की रुचि पैदा करने के उद्देश्य से करती है।
इसी क्रम में शहीद -ए-आज़म भगत सिंह के जन्मदिवस को समर्पित इस कार्यक्रम की शुरुआत स्थानीय हीट 7 रेस्टोरेंट में वर्चुअल की गई जिसका फेसबुक पर सीधा प्रसारण भी किया गया। इस अवसर पर शुभारंभ की रस्म ओबराय इलेक्ट्रोमैक प्राइवेट लिमिटेड के विनीत ओबराय ने की। उल्लेखनीय है कि विनीत ओबराय ने गत वर्ष की तरह इस बार भी अपने स्वर्गीय पिता श्री हरदिलीप की पुण्यतिथि पर उनकी मधुर स्मृति में फोरम के इस प्रोजेक्ट के लिए शहीद भगत सिंह के जीवन पर आधारित पुस्तकें सहयोग स्वरूप प्रायोजित की है। शुभारंभ के लिए प्रतीक स्वरूप अभियान की पहली पुस्तक वरिष्ठ पत्रकार राकेश शान्तिदूत को फोरम के संयोजक एड़वोकेट नवजोत सिंह, विनीत ओबराय, फोरम के संयुक्त सचिव एवम प्रोजेक्ट निदेशक तजिंदर पाल सिंह, महासचिव दिनेश मल्होत्रा और परवीन चोपड़ा ने भेंट की।
कार्यक्रम की शुरुआत में नवजोत सिंह ने संस्था के ताजा अभियान की जानकारी देते हुए विनीत ओबरॉय का स्वागत किया और बताया कि फोरम ने राकेश शान्तिदूत और एड़वोकेट अमित सिंह संधा पर आधारित एक दो सदस्यीय कमेटी ने शहीद भगत सिंह के जीवन पर प्रकाशित दो पुस्तकें दो आयुवर्ग के लिए चयनित की है। एक पुस्तक भगत सिंह पर शोध कार्य करने के इच्छुक लोगी के लिए खुद नवजोत सिंह ने उपलब्ध करवाई है। उन्होंने बताया कि इन पुस्तकों का वितरण शहीद भगत सिंह के जन्मदिन 27-28 सितम्बर यानि एक।पखवाड़े तक जारी रहेगा। फोरम इन पुस्तकों का वितरण स्कूलों कालेजों में जाकर करेगी और युवा वर्ग इसे हीट सेवन रेस्टोरेंट पर तय समय के दौरान निःशुल्क प्राप्त कर सकेंगे। समय और संपर्क नम्बरों की जानकारी मंगलवार से फॉर्म के आधिकारिक फेसबुक पेज बुकरैक पर प्रसारित की जाएगी। उन्होंने कहा कि जैसी आजादी की कल्पना भगत सिंह ने की थी वह अभी पूरी तरह से मिल नही पाई और देश समाज में अभी बहुत सी असमानताएं है।
इस अवसर पर विनीत ओबराय ने फोरम के इस कार्य को पुनीत और देश सेवा बताया और कहा कि वह फोरम के साथ सहयोग को जारी रखना चाहेंगे। पत्रकार एवं सामाजिक कार्यकर्ता राकेश शान्तिदूत ने कहा कि भगत सिंह की आज़ादी की कल्पना सरहदों की क़ैद में बंद न होकर व्यक्ति की पूर्ण स्वतंत्रता जिसमें अधिकार और कर्तव्य दोनों का समावेश है से जुड़ी है। उन्होंने फोरम के संयोजक नवजोत सिंह के प्रयास की सराहना करते हुए विनीत ओबराय को योगदान के लिए साधुवाद दिया।
प्रोजेक्ट डायरेक्टर तजिंदर पाल ने पूरे प्रोजेक्ट की जानकारी दी और कहा कि आगामी प्रोजेक्ट के लिए सुझाव आमंत्रित है। शहीद–आज़म से जुड़े प्रोजेक्ट के लिए ओबराय परिवार से मिले सहयोग के लिए धन्यवाद प्रस्ताव पारित किया।