*1973 से स्थापित विश्व के विश्वविद्यालयों में एलपीयू को शीर्ष 251-300 बैंड में स्थान दिया गया
जालन्धर/मेट्रो एनकाउन्टर समाचार सेवा
टाइम्स हायर एजुकेशन वर्ल्ड यूनिवर्सिटी रैंकिंग सिस्टम द्वारा विश्व प्रसिद्ध ‘यंग यूनिवर्सिटी रैंकिंग-2023’ ने लवली प्रोफेशनल यूनिवर्सिटी (एलपीयू) को 1973 से बने विश्वविद्यालयों के बीच विश्व के रैंक बैंड 251-300 में रखा है।
आईआईटी गुवाहाटी और भुवनेश्वर (301-350) बैंड तथा आईआई टी मंडी (351-400) बैंड सहित तीन आईआईटी और दुनिया के कई अन्य सरकारी और निजी संस्थान से आगे रहते हुए एलपीयू ने एक बार फिर ऐसी उल्लेखनीय रैंकिंग के साथ वैश्विक शिक्षा जगत में एक उच्चकोटि का बेंचमार्क बनाया है।
सिंगापुर की नानयांग टेक्नोलॉजिकल यूनिवर्सिटी लीग तालिका में शीर्ष पर है; दूसरे स्थान पर हांगकांग विज्ञान एवं प्रौद्योगिकी विश्वविद्यालय; जबकि, पेरिस साइंसेज एट लेट्रेस-पीएसएल रिसर्च यूनिवर्सिटी पेरिस को तीसरा स्थान मिला है। इन सभी का अस्तित्व 20वीं सदी में शुरू हुआ; जबकि एलपीयू की स्थापना इसी सदी में हुई थी। कुल मिलाकर, तुर्की 47 संस्थानों के साथ सबसे अधिक प्रतिनिधित्व वाले देश के रूप में अग्रणी है, इसके बाद 45 संस्थानों के साथ भारत का स्थान है।
दुनिया के विश्वविद्यालयों को उनके सभी मुख्य मिशनों – शिक्षण, अनुसंधान, ज्ञान हस्तांतरण और अंतर्राष्ट्रीय दृष्टिकोण – के आधार पर आंका गया है।
सभी को बधाई देते हुए; चांसलर डॉ. अशोक कुमार मित्तल ने एक बार फिर सभी से एलपीयू को दुनिया में शीर्ष स्थान पर ले जाने के लिए कड़ी मेहनत जारी रखने का आह्वान किया। डॉ. मित्तल ने इस बात पर जोर दिया कि यह नवीन मान्यता एलपीयू की दुनिया भर में एक अनुकरणीय विश्वविद्यालय बनने की प्रतिबद्धता की पुष्टि करती है, ताकि अन्य लोग उसका अनुसरण कर सकें और सराहना कर सकें।
डॉ. मित्तल ने यह भी बताया कि इससे पहले भी, एलपीयू को वर्ल्ड यूनिवर्सिटी रैंकिंग फॉर इनोवेशन (डब्ल्यूयूआरआई)-2023 में हार्वर्ड और ऑक्सफोर्ड के साथ दुनिया के शीर्ष विश्वविद्यालयों में सूचीबद्ध किया गया है। भारत के राष्ट्रीय संस्थागत रैंकिंग फ्रेमवर्क (एनआईआरएफ) रैंकिंग 2023 ने भी देश के सभी सरकारी और निजी विश्वविद्यालयों में एलपीयू को 38वां स्थान दिया है।
हालिया अपडेट के अनुसार, दुनिया में 29,257 से अधिक विश्वविद्यालय हैं। अस्तित्व में आने के 20 साल से भी कम समय में इन सभी में से एक प्रमुख बनना वास्तव में एलपीयू में सभी के लिए बेहद गर्व की बात है।