जालन्धर लिट्रेरी फोरम ने शेली तेज से ” मेरा पाकिस्तान का सफरनामा” टॉक का आयोजन किया।

                        जालन्धर/मैट्रो समाचार सेवा

जालन्धर लिट्रेरी फोरम ने आज अपने लिटरेरी कार्यक्रमों को आगे बढ़ाते हुए एक विशेष टॉक ” मेरा पाकिस्तान का सफरनामा” का आयोजन किया जिस में शेल्ली तेजा ने अपने पाकितान यात्रा का अनुंभव पर वार्ता की।

कार्यक्रम में स. मनविंदर सिंह  मुख्य अतिथि थे। फोरम ने उन्हें स्मृति और सिक्ख हिस्ट्री की किताब भेंट कर सम्मानित किया गया ।मनविंदर सिंह ने फोरम के प्रयासों की प्रशंसा की और फोरम को पूरा सहयोग देने का आश्वासन दिया।

फोरम के संयोजक नवजोत सिंह ने बताया कि फोरम अपने साहित्यिक आयोजनों को गति देते हुए सफरनामे पर विशेष वार्ता , ऑफलाइन और ऑनलाइन प्लेटफॉर्म्स पर करवा रहा है। एडवोकेट परमिंदर सिंह टॉक के मेजबान थे जबकि सीनियर पत्रकार राकेश कृष्ण शांतिदूत ने कार्यक्रम का समन्वय किया। शैली तेजा ने विशेष रूप से पाकिस्तान यात्रा के अपने अनुभव को साझा किया और दर्शकों को बॉर्डर के दूसरी तरफ पड़ते शहर फैसलाबाद, लाहौर, तक्षशिला, आदि की हाल ही में की अपनी यात्रा के बारे में बताया ।

शेल्ली तेजा ने बताया के उनका अनुभव अच्छा रहा और उनको यात्रा के दौरान वहा नकारात्मक लोग नहीं मिले । शेली ने पाकिस्तान के कल्चर, खान पान, सूफी सर्शन, लक्ष्मी चौक, हिन्दू और बुद्ध धर्म स्थानों  के बारे जानकारी उपस्थिति से सांझा की। उन्होंने  विश्व को छूते होये बड़ी खूबी से पाकिस्तान की तस्वीर पेश की । वार्ता को उपस्थित व्यक्तियों ने  बड़े ध्यान से सुना और उसमे भाग लिया।

वार्ता के बाद प्रश्नोत्तर सत्र का आयोजन किया गया। जिस में अश्विनी कुमार, परवीन चोपड़ा, दिनेश मल्होत्रा, पीएस भुल्लर, ध्रुव मौदगिल, और अन्य ने भारत पर पकिस्तानियों के नज़रिए , पाकिस्तान की अर्थव्यवस्था, कट्टरता, घृणा आदि के बारे में में सवाल पूछे, जिस पर शैली तेजा ने विस्तार से हर प्रश्न का उत्तर दिया।  टॉक लगभग 90 मिनट तक चलती रही।

इस दौरान पूर्व पार्षद एडवोकेट  स दर्शन सिंह ने भारत और पाकिस्तान के विभाजन का  1947 में आँखों देखा अपना अनुभव सुनाया । अंत में इस उम्मीद के साथ वार्ता समाप्त हुई कि भविष्य में किसी दिन पूर्वी और पश्चिमी पंजाब एक हो जाएंगे और पंजाबियों के संयुतक्त पंजाब का सपना पूरा होगा । जिस तरह जर्मनी और अन्य यूरोप के देशो में बॉर्डर खम्त्म हुए है, भारत और पाकिस्तान में भी दूरियों का अंत होग।

वार्ता के समापन और धन्यवाद प्रस्ताव में राकेश शान्तिदूत ने कहा भारत पाकिस्तान को अखण्ड करने की दिशा में केंद्र सरकार को पाकिस्तान के साथ सड़क मार्ग से पंजाब से ट्रेड बॉर्डर खोलने की पहल करनी चाहिए, इससे दोनों देशों के हित आर्थिक सांझेदारी में बदल जाएँ गे ।

 

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