अपनी रसोई में बनाये सोना? हरियावल मेले में आकर्षण का केंद्र रहा हरियावल पंजाब ,नवांशहर का स्टाल

.                अमृतसर/मेट्रो ब्यूरो

स्थानीय सुल्तानविंड के खूह भाई मंझ जी स्थित संत बाबा भूरी सीनियर सेकेंडरी स्कूल में रविवार को हरियावल पंजाब द्वारा संत बाबा कश्मीर सिंह भूरी वाले के सहयोग से आयोजित हरियावल मेला पर्यावरण सरंक्षण के प्रति लोक जागरण की मिसाल हो गुजरा। विभिन्न स्कूलों , कृषि एवं बागवानी संस्थानों द्वारा यहां लगाए गए विभिन्न परदर्शनी स्टालों में , नवांशहर के मनोज कंडा द्वारा संचालित हरियावल पंजाब के नवांशहर यूनिट का स्टाल सर्वाधिक आकर्षण का केंद्र रहा।

रसोई से निकलने वाले सब्जियों के कचरे को प्राकृतिक खाद रूपी सोने में बदलने की तकनीक बारे में सजीव यानि व्यवहारिक जानकारी देने वाले इस स्टाल पर विभिन्न संस्थाओं के प्रतिनिधियों के अलावा महिलाओं ने विशेष रूप से रुचि प्रकट की और अपनी रसोई में यह सोना उत्पादित कर अपने किचन गार्डन में रासायनिक खाद रहित ऑर्गेनिक और प्राकृतिक पौष्टिकयां पैदा कर अपने परिवारों को बेहतर स्वास्थ्य देने का संकल्प लिया।

महिलाओं को जानकारी देने के लिए यहां सुश्री रजनी कंडा और 10 वर्षीय पर्यावरण दूत अदिति और किशोर राहुल कंडा ने भी उल्लेखनीय योगदान दिया। हरियावल पंजाब नवांशहर के सह संयोजके मनोज कंडा के साथ समाजसेविका सुश्री गगनदीप ने भी स्टाल पर उक्त तकनीक की जानकारी देने के अलावा स्टाल सज्जा में विशेष भूमिका अदा की।

मनोज कण्डा ने मेले में आये लोगों को अपने घर पर खाद बनाने की विधि बताते हुए कहा की हरियावल पंजाब द्वारा खाद बनाओ और पर्यावरण बचाओ अभियान शुरू किया गया है। हरियावल पंजाब मुहिम के तहत इस कोशिश से गीले कचरे का निस्तारण करके न केवल लैंडफिल साइटों की ऊंचाई को कम करना है, बल्कि शहर की स्वच्छता रैंकिंग में भी बेहतर प्रदर्शन करना है। उन्होंने इस बात पर जोर दिया गया कि कैसे इस कचरे से बनने वाली खाद को अपने छत और गार्डन के पेड़ पौधों व पार्क के लिए उपयोग किया जा सकता है।
इस मौके पर संघ के वरिष्ठ प्रचारक किशोर कांत, हरियावल पंजाब के पंजाब प्रान्त संयोजक परवीन कुमार , जागदा पंजाब संस्था के कन्वीनर राकेश शांतिदूत , हरियावल पंजाब के सह संयोजक पुनीत खन्ना , अमृतसर के संघ नेता सुरेश कुमार गोयल ने भी मेला प्रदर्शनी में आकर्षण का केंद्र रहे स्टाल की प्रशंसा की और उपस्थिती को यह तकनीक अपनाने की अपील की।
मेले में स्कूल के बच्चों और पर्यावरण से जुडी सामाजिक संस्थाओं ने कई ज्ञानवर्धक मॉडलों के माध्यम से पर्यावरण बचाने के उपाय बताए। एनिमल प्रोटेक्शन सोसायटी , खेती विरासत मिशन , वॉइस ऑफ अमृतसर , पिंगलवाड़ा आदि अनेक संस्थाओं ने भी आयोजन में योगदान दिया।
मेले में पूर्व मंत्री लक्ष्मीकांता चावला, पर्यावरणविद रुचि तोमर सहित कई अन्य प्रसिद्ध हस्तियों ने भाग लिया।

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