नवांशहर/मेट्रो ब्यूरो
यूक्रेन युद्ध के सन्दर्भ में भारत एक बहुत जटिल परिस्थिति से गुजर रहा था। देश के प्रधानमंत्री नरेंदर मोदी ने समयोचित निर्णय लेकर देश को संभाला है। यह बात श्री श्री रविशंकर के नेतृत्व वाली आर्ट ऑफ लिविंग वैश्विक संस्था के स्थानीय को कॉर्डिनेटर मनोज कंडा ने आज यहाँ कहीं।
कंडा ने कहा कि आर्ट ऑफ लिविंग के स्वयंसेवक विभिन्न यूरोपीय देशों में सीमा पार कर रहे भारतीयों तक आश्रय एवं मूलभूत सुविधाएं प्रदान करने के लिए उनके संपर्क में हैं। कण्डा ने बताया कि अब हंगरी, पोलैंड, रोमानिया, स्लोवाकिया, बुल्गारिया और जर्मनी जैसे पश्चिमी यूरोपीय देशों में संगठन के शरणार्थी के लिए केंद्र काम कर रहे हैं। संगठन का यूक्रेन में एक बड़ा स्वयंसेवी आधार भी है, जो भारतीय समुदाय की मदद कर रहा है।
मनोज कण्डा के अनुसार गुरुदेव श्रीश्री रविशंकर ने संकट की इस घड़ी में छात्रों और उनके परिवारों से उम्मीद नहीं छोड़ने की अपील की है। उन्हें सभी सहायता उपलब्ध कराई जा रही है और पूरे यूरोप से हमारे स्वयंसेवक उनके साथ हैं, जो उन्हें भोजन, पानी और अन्य आवश्यक वस्तुएं प्रदान करेंगे। उन्होंने बताया कि आर्ट ऑफ लिविंग के स्वयंसेवकों ने पूरे यूरोप में सहायता का काम शुरू कर दिया है। इसके तहत हंगरी पोलैंड, रोमानिया, स्लोवाकिया, यूक्रेन, बुल्गारिया और जर्मनी में आर्ट ऑफ लिविंग के स्वयंसेवकों ने हजारों भारतीय छात्रों सहित यूक्रेन से भाग रहे लोगों को सभी प्रकार की सहायता प्रदान करने के लिए कार्रवाई की है। हंगरी में, आर्ट ऑफ लिविंग ने 150 से अधिक लोगों के लिए आश्रयों की व्यवस्था की है, पोलैंड में 500 से अधिक बिस्तरों की व्यवस्था की गई है, पोलैंड सीमा पर हमारे स्वयंसेवक आने वाले शरणार्थियों को सहायता प्रदान कर रहे हैं। वहां ऐसे परिवार भी हैं जिनके बच्चे दो महीने से कम उम्र के हैं। हमारे समूह द्वारा सभी आवश्यक आपूर्ति का भंडारण कर लिया गया है। हंगरी, पोलैंड, रोमानिया, स्लोवाकिया, यूक्रेन, बुल्गारिया और जर्मनी जैसे पश्चिमी यूरोपीय देशों में शरणार्थी केंद्र संचालित हैं।मनोज कांडा ने बताया की कि आर्ट ऑफ लिविंग का यूक्रेन में एक बड़ा स्वयंसेवी आधार भी है, जो भारतीय समुदाय की मदद कर रहा है। उन्होंने कहा कि पूरे यूरोप में आर्ट ऑफ लिविंग के केंद्र यूक्रेन के शरणार्थियों के लिए खुले हैं।उन्होंने बताया कि यूरोप के समस्त आर्ट ऑफ़ लिविंग के आश्रम और केंद्र यूक्रेनी शरणार्थियों के लिए खुले है। पोलैंड के केन्द्रो में शरणार्थियों ने आना शुरू कर दिया है।