* कृष्ण गोपाल का स्थान लिया, कई कुछ नया देखने को मिलेगा भाजपा में
नई दिल्ली/ मैट्रो नेटवर्क न्यूज
राष्ट्रीय स्वयंसेवक संघ के सह सरकार्यवाह अरुण कुमार अब संघ और भाजपा के बीच नये समन्वयक होंगें। अब तक संपर्क सूत्र का यह जिम्मा कृष्ण गोपाल के पास था। माना जा रहा है कि इससे संघ और बीजेपी के बीच रिश्तों में भी नयापन देखने को मिल सकता है।
यूपी के चित्रकूट में संघ के सीनियर नेताओं की मीटिंग चल रही है। जिसमें संघ प्रमुख मोहन भागवत, सरकार्यवाह दत्तात्रेय होसबोले सहित संघ के सभी सीनियर पदाधिकारी मौजूद हैं। संघ के सरकार्यवाह दत्तात्रेय होसबोले ने अब राष्ट्रीय स्तर पर बीजेपी के साथ कॉर्डिनेशन की जिम्मेदारी अरुण कुमार को दी है। बदलाव के यह कयास इस मीटिंग से पहले ही शुरू हो गए थे।
तीन महीने पहले ही संघ के सीनियर नेता दत्तात्रेय होसबोले को संघ का नया सरकार्यवाह चुना गया था। दत्तात्रेय 2009 से संघ के सह-सरकार्यवाह थे। सरकार्यवाह बनने के बाद दत्तात्रेय ने अपनी टीम में बदलाव किया। अब संघ और बीजेपी के बीच कॉर्डिनेशन की जिम्मेदारी में भी बदलाव किया गया है। बीजेपी राष्ट्रीय स्वयंसेवक संघ के ही विचार परिवार का राजनीतिक दल है।
बीजेपी और संघ के बीच समन्वय के लिए एक सीनियर प्रचारक को जिम्मेदारी दी जाती है। यह राज्य स्तर पर भी होती है और राष्ट्रीय स्तर पर भी। राष्ट्रीय स्तर पर साल 2014 के बाद यह बदलाव किया गया था। 2014 में बीजेपी और संघ के बीच कॉर्डिनेशन की जिम्मेदारी संघ के सीनियर नेता कृष्ण गोपाल को सौंपी गई थी। बीजेपी और संघ के बीच क़ॉर्डिनेशन का जिम्मा जिसे दिया जाता है उनकी जिम्मेदारी होती है कि वह बीजेपी की कोई भी बात संघ तक पहुंचाए और संघ की राय बीजेपी को बताएं। यह दोनों के बीच ब्रिज का काम करता है। इसलिए यह जिम्मेदारी अहम है।
अरुण कुमार ने इससे पहले हरियाणा और जम्मू कश्मीर में महत्वपूर्ण जिम्मेवारियां निभाई हैं। धारा 370 को हटाने में भी राय खड़ी करने में अरुण कुमार ने उल्लेखनीय जिम्मेवारी निभाई है।