पंजाब में मुख्यंत्री पद के लिए चेहरा घोषित करने का राहुल गांधी पर दबाव

मैनीफ्रैटो और कम्पेन कमेटी की कल बैठक बुलाई

नई दिल्ली/मैट्रो नेटवर्क

कांग्रेस के पूर्व प्रधान राहुल गांधी अपना विदेश दौरा बीच मेेें ही छोड़कर बीते सोमवार स्वदेश लौट आए है। बताया जा रहा है कि इसकी मूल वजह पांच राज्यों के विधानसभा चुनावों की घोषणा हो जाना है। पता चला है कि राहुल गांधी की बैठकों में गोवा शीर्ष वरीयता में है। पता चला है कि बीते मंगलवार उन्होंने गांवा को लेकर पूर्व वित्त एवं गृह मंत्री पी. चिदम्बरम जोकि गोवा चुनाव के लिए कांग्रेस के पर्यवेक्षक भी लगाए गए है, से मुलाकात की। हालांकि पंजाब को लेकर भी राहुल गांधी पशोपेश में है। इस संदर्भ में राहुल गांधी ने वीरवार को पंजाब के कांग्रेस नेताओं को भी विधानसभा चुनाव की रणनीति के लिए बुलाया है। इस बैठक में वह मैनीफै्रटो और कम्पेन कमेटी से मिलेंगे। इससे पहले वह यह घोषित कर चुके है की कांग्रेस विधानसभा चुनावों में बिना मुख्यमंत्री का चेहरा पेश किए बिना चुनाव मैदान में उतरेंगी। हालांकि पार्टी सूत्र बता रहे है कि उन पर यह दबाव है कि पंजाब में विधानसभा चुनाव के लिए मुख्यमंत्री पद के लिए पार्टी का चेहरा घोषित किया जाए। इस पद को लेकर मौजूदा मुख्यमंत्री चरनजीत सिंह चन्नी और नवजोत सिंह सिद्धू में खींचतान चल रही है।

सूत्रों के अनुसार गोवा के संदर्भ में चिदम्बरम ने उन्हें यह सलाह दी है कि वह नैशनल कांग्रेस पार्टी प्रमुख शरद पवार के उस सुझाव को नजरअंदाज कर दे जिसमें उन्होंने बंगाल की मुख्यमंत्री ममता बैनर्जी की तृणमूल कांग्रेस से गठबंधन की बात कही है। हालांकि चिदम्बरम ने राहुल गांधी को कहा है कि यदि नैशनल कांग्रेस पार्टी किसी अन्य से गठबंधन नहीं करती तो कांग्रेस को उसके लिए एक या दो सीटें छोड़ देनी चाहिए।

पार्टी के वरिष्ठ नेता दिनेश आर गूड़ू राय को जोकि राहुल और चिदम्बरम के बीच बैठक के दौरान मौजूद थे, ने पुष्टि की है कि तृणमूल कांग्रेस ने पहले दिन से भाजपा की बजाये कांग्रेस को गोवा में निशाना बनाया है इसलिए उससे गठबंधन की बात नहीं हो सकती। उनका कहना है कि कांग्रेस पहले ही गोवा फारवर्ड पार्टी के साथ गठबंधन के लिए राजी हो चुकी है और तृणमूल कांग्रेस खुद कह चुकी है कि वह किसी से गठबंधन नहीं करेगी। तृणमूल कांग्रेस महाराष्ट्रवादी गोमातक पार्टी से गठबंधन कर चुकी है। जबकि कांग्रेस अपने लगभग सभी प्रत्याशी घोषित कर चुकी है।

कांग्रेस महासचिव के.सी. वेणु गोपाल जोकि पार्टी के संगठनिक मामलों के प्रभारी भी है उक्त बैठक के दौरान उपस्थित थे और इस बैठक में उत्तराखंड और मणिपुर में अगले महीने होने वाली विधानसभा चुनाव की रणनीति पर चर्चा की। गौर हो कि कांग्रेस महासचिव प्रियंका गांधी वाड्रा ने यहां कांग्रेस मुख्यालय में उत्तर प्रदेश चुनाव के लिए पार्टी की प्रभारी होने के नाते एक प्रैस कांफ्रैंस के दौरान गठबंधन के विषय पर बात शुरू की ही थी कि राहुल गांधी आ गए और मीडिया के साथ उनकी वार्ता समाप्त हो गई।

 

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