संत सीचेवाल के प्रयास का परिणाम: मस्कट में बेची गई पंजाबी लड़की वापस घर पहुंची। एजेंटों की धोखाधड़ी की शिकार हुई थी पीड़िता

*परिवार की आर्थिक तंगी का फायदा उठाकर ट्रैवेल एजेंट लालच देकर फंसा रहे हैं।
                   सुल्तानपुर लोधी/ मैट्री समाचार सेवा
रूपी नाम की एक लड़की जो पिछले 1 महीने से मस्कट, ओमान में फंसी हुई थी, कल देर शाम दिल्ली अंतरराष्ट्रीय हवाई अड्डे पर पहुंची। कपूरथला जिले में रहने वाले रुपी के पिता साधु राम ने कहा कि उनकी बेटी मार्च में वहां घरेलू काम करने गई थी, लेकिन वहां पहुंचते ही एजेंट ने उसे बेच दिया. जिसकी जानकारी उन्हें खुद रूपी ने दी थी।

रुपी के पिता साधु सिंह ने बताया कि इसके बारे में वे पर्यावरणविद् और राज्यसभा सदस्य संत बलबीर सिंह सीचेवाल से मिले थे और उनसे रूपी को वापिस लाने के लिए मदद मांगी थी | जिनके प्रयास से आज एक सप्ताह के अंदर उनकी बेटी अपने घर पहुंच सकी। उन्होंने कहा कि रूपी के घर पहुंचने पर सबसे पहले वह उसे संत सीचेवाल का आशीर्वाद लेने के लिए निर्मल कुटिया ले गए।

इस अवसर पर निर्मल कुटिया सुल्तानपुर लोधी पहुंची रूपी ने बताया कि घर में आर्थिक तंगी के चलते वे 1 माह पहले अपने चचेरी बहन के बुलावे पर मस्कट गई थी| लेकिन वहां उसकी बहन ने घरेलू काम करने का झांसा देकर उसे बहला फुसला कर फंसा दिया था। जहां वहां के एजेंट ने उसका पासपोर्ट ले लिया और उसे बेच दिया।

उन्होंने बताया कि उसे  कई दिनों तक वहां कमरे में बंद रखा गया और उन्हें खाना तक नहीं दिया गया| जिससे वह बीमार पड़ गईं और उसे अस्पताल में भर्ती कराना पड़ा। पीड़िता ने बताया कि उसने वहां बीमारी के कारण अपनी लाचारी जाहिर की और वापस घर जाने की इच्छा जताई , लेकिन उसे वह बीमार होने के बावजूद भी काम कराया जा रहा था|
पीड़िता के पिता साधु राम ने कहा कि वह और उसकी पत्नी विकलांग हैं और उनके घर की स्थिति भी काफी नाजुक है. उन्होंने कहा कि रूपी से उसके चाचा की बेटी ने संपर्क किया था जो लंबे समय से वहां है। उनके द्वारा मस्कट, ओमान में काम करने के लिए आमंत्रित किया गया था। उन्होंने कहा कि हमने अपनी बेटी को उस पर भरोसा करके वहां भेजा था लेकिन उसी ने हमे धोखा दिया। उन्होंने कहा कि जब रूपी वहां बीमार होगयी थी तो वो उसे देखने तक भी नहीं गयी और जब उन्होंने उसे वापस भेजने का अनुरोध किया तो उसने उनसे पैसे की मांग करने लगी|
जानकारी देते हुए संत सीचेवाल ने कहा कि बड़े दुख की बात है कि पैसे के लालच में लोग अपना जमीर बेचकर अपनी इंसानियत भूल रहे हैं। उन्होंने कहा कि जब उन्हें पता चला कि विकलांग परिवार की एक लड़की को इस तरह से धोखा दिया गया है, तो उन्होंने मामले को लेकर पहल के आधार पर विदेश मंत्रालय को एक पत्र लिखा और उनसे रूपी को जल्द से जल्द भारत लाने का आग्रह किया| . जिसके बाद विदेश मंत्रालय ने तुरंत एक्शन लिया और रूपी 1 हफ्ते में वापस आ गयी | उन्होंने विदेश मंत्रालय और उसके अधिकारियों को धन्यवाद देते हुए कहा कि उनका रूपी को मीडिया के सामने लाने का एक ही मकसद है कि उसे देखकर दूसरे परिवारों और लड़कियों को बच सके| उन्होंने कहा कि एक गरीब परिवार को यह नहीं पता होता है कि कैसे विदेशों के नाम पर उनके साथ धोखा किया जा रहा है और कैसे उन्हें या उनकी बेटियों को झूठे दस्तावेजों पर हस्ताक्षर करवाकर फंसाया जा रहा है| उन्होंने कहा कि कुछ पैसों के लिए गरीब घरों की लड़कियों को ट्रैवल एजेंटों द्वारा रसोई का काम या ज्यादा पैसे देकर अरब देशों में बेचा जा रहा है, जहां उनका शोषण किया जा रहा है| उन्हें कमरे में बंद कर पीटा जा रहा है.| उन्होंने विदेश मंत्री से ऐसे ट्रैवल एजेंटों के खिलाफ कड़ी कार्रवाई करने की मांग की जो लड़कियों की आर्थिक गरीबी का फायदा उठाकर उन्हें झांसा देकर फंसा रहे हैं।

सीचेवाल ने कहा कि वह मुख्यमंत्री को पत्र  लिख कर ट्रैवल एजेंटों के खिलाफ कार्रवाई की मांग करेंगे: उन्होंने कहा कि वह आम घरों की लड़कियों के साथ हो रहे धोखाधड़ी के बारे में भी मुख्यमंत्री से बात करेंगे और पत्र लिखकर उनके खिलाफ सख्त कार्रवाई की मांग करेंगे, ताकि ऐसे ट्रैवल एजेंटों पर रोक लगाई जा सके। संत सीचेवाल ने जानकारी देते हुए बताया कि अब तक किए गए प्रयासों से अरब में फंसी कई लड़कियां विदेश मंत्रालय के सहयोग से सकुशल भारत लौट आई हैं|

 सीचेवाल ने कहा कि अरब देशों में ट्रैवल एजेंट पंजाब के गरीब परिवारों का अनुचित लाभ देकर और मोटी तनख्वाह का लालच देते हुए भरमा लेते है । उन्होंने पंजाब के लोगों से अरब देशों में जाने से पहले वहां के सभी हालातों की जानकारी लेने की अपील की ताकि ऐसी स्थिति पैदा न हो। ट्रैवल एजेंटों के झूठे वादों के कारण लड़कियां अभी भी वहीं फंसी हुई हैं।

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