चंडीगढ़/ मेट्रो ब्यूरो
1988 बेच के आई पी एस अधिकारी इकबाल प्रीत सिंह सहोता को पंजाब पुलिस का स्पैशल डी जी पी बनाया गया है, यह पद हाल ही में सेवा नियमों की बाधा दूर करने के उद्देश्य से सृजित किया गया है और इस की शुरुआत बंगाल ममता बैनर्जी की सरकार द्वारा की गई थी।
पंजाब में कैप्टन अमरिन्दर के इस्तीफे के बाद चरणजीत चन्नी के मुख्यमंत्री नियुक्त होने के बाद डी जी पी पद के लिए 1986 बैच के चटोपाध्याय और 1987 बैच के वीरेश कुमार थे। सामान्यता इस पद का सृजन करने पर डी जी पी को छुट्टी पर भेज दिया जाता है और एक तरह से सृजित पद सिर्फ कार्यकारी पद रहता है। हालांकि मौजूदा डी जी पी दिनकर गुप्ता के संदर्भ में फिलहाल ऐसा नही हुआ है और वह खुद ही केंद्रीय प्रतिनियुक्ति के इंतज़ार में हैं।
दिनकर गुप्ता पूर्व में भी केंद्रीय प्रतिनियुक्ति पर रहे हैं। उन्हें पंजाब का डी जी पी बनाये जाने के लिए मोहम्मद मुस्तफा और चटोपध्य्याय की वरिष्ठता को दरकिनार किया गया था और मामला अदालत तक गया है। चूंकि सहोता की नियुक्ति स्पैशल डी जी पी के रूप में है इसलिए उक्त दोनों वरिष्ठ अधिकारियों के दौड़ में होने के बावजूद कोई अड़चन नही है। मुख्यमंत्री पंजाब के कार्यालय ने भी सहोता के नाम पर मुहर लगा दी है।