Jalandhar/ श्री अकाल तख्त के पूर्व जत्थेदार के बेटे की गिरफ्तारी का सूत्र कपूरथला पुलिस ने फगवाड़ा से किया था काबू

* गिरफ्तारियों के बाद पुलिस ने किया बड़ी साजिश  का खुलासा, हथियारों की बरामदगी पर रोडे ने संदेह युक्त बयान दिया।
         जालन्धर/ कपूरथला/ विशेष संवाददाता
किसान आंदोलन के साये में विधानसभा चुनाव की ओर बढ़ते पंजाब में सीमा पार से नियोजित आतंकवाद से जुड़ी घटनाओं का पुलिस ने बड़े दावे के साथ खुलासा किया है।आज सुबह जालन्धर में, अकाल तख्त के पूर्व जत्थेदार जसबीर सिंह रोडे के बेटे की गिरफ्तारी का कपूरथला जिला पुलिस ने एक प्रेस विज्ञप्ति में पटाक्षेप कर दिया है। पुलिस प्रवक्ता ने इस प्रेस नोट में इस गिरफ्तारी के सूत्र की गिरफ्तारी फगवाड़ा से हुई बताई है और दावा किया है दोनों से बड़ी मात्रा में घातक सामग्री और अन्य सामान बरामद हुआ है।
उधर जसबीर सिंह रोडे ने अपने बेटे की गिरफ्तारी के बाद प्रेस से वार्ता में सन्देहयुक्त बयान दिया है। उन्होंने अपने बेटे की गिरफ्तारी को कुछ लोगो द्वारा ले जाने की बात कही है और कहा है कि दोबारा उन व्यक्तियों के आने पर घर की तलाशी पहली मंजिल पर उनके जाने की शारिरिक असमर्थता की वजह से उनके सामने नही हुई हालांकि उन्होंने ने कहा कि तलाशी लेने वाले व्यक्तियों ने उन्हें दो बंद बैग उन्हें दिखा कर अवश्य कहा कि सामान बरामद हुआ है। रोडे का दावा है कि उन्हें नही पता कि उसमें क्या है और क्या वह बैग व्यक्ति खुद लेकर आये या नही आये जबकि उन्हें प्रथम बार तलाशी लेने पर कुछ नही मिला था। उन्होंने उनके खुद से किसान आंदोलन के दौरान कई बार पूछ ताछ होने का दावा भी किया है।
कपूरथला पुलिस का दावा है कि उसने ISYF के 2 प्रमुख कार्यकर्ताओं को गिरफ्तार किया है जिसमें रोडे का बेटा शामिल है। पुलिस का दावा है कि उसने प्रतिबंधित आतंकी संगठन, ISYF के 2 प्रमुख उग्रवादी गिरफ्तार करके एक आतंकी मॉड्यूल का भंडाफोड़ किया है और इनसे पिस्तौल और गोला-बारूद के साथ-साथ भारी मात्रा में जिंदा ग्रेनेड और टिफिन बम बरामद किया।
गिरफ्तार आरोपियों की पहचान गुरमुख सिंह बराड़ निवासी हरदयाल नगर, गढ़ा, जालंधर और सुखविंदर सिंह पुत्र गगनदीप सिंह, निवासी 73 बी गली नं 02 गुरुनानक पुरा फगवाड़ा बताई गई है। विज्ञप्ति के अनुसार पूछताछ के दौरान, गगन ने माना  है कि उसके पास से बरामद पिस्टल हथियारों की एक बड़ी खेप का हिस्सा था जो पिछले कुछ महीनों के दौरान ड्रोन के जरिए सीमा पार से भेजा गया था। बकौल पुलिस गगन के अनुसार खेप का बड़ा हिस्सा उसने जालंधर के गुरमुख सिंह के यहाँ छिपाया है।
बकौल पुलिस गगन के खुलासे के तुरंत बाद टीमों ने गुरमुख सिंह के जालन्धर स्थित घर पर छापा मारा और उसे उसके घर से गिरफ्तार कर लिया और 2 जिंदा हथगोले, डेटोनेटर का 1 बॉक्स, 2 ट्यूब, एक उच्च विस्फोटक पीले तार (पाकिस्तानी), भारतीय मुद्रा लगभग 3.75 लाख, एक लाइसेंसी हथियार .45 बोर, 14 भारतीय पासपोर्ट, एक .30 पिस्टल, 2 मैगजीन सहित, 5 जिंदा गोलियां बरामद किए जो उसके पास से। पुलिस प्रवक्ता ने विज्ञप्ति में आगे कहा है तो कि गुरमुख।केअनुसार बस स्टैंड जालंधर के पास उसने अपने परिवार से जुड़े उनके कार्यालय में एक टिफिन बम और अन्य विस्फोटक सामग्री छिपाई  है।
इस जानकारी के आधार पर पुलिस टीमों ने तुरंत गुरमुख सिंह के कार्यालय पर छापा मारा और तलाशी के दौरान वहां से 3 जिंदा हथगोले, 1 टिफिन बम, 4 पिस्टल मैगजीन और पैकेजिंग सामग्री बरामद की.
पुलिस का कहना है कि अब तक की गई प्रारंभिक जांच से पता चला है कि यह खेप पाकिस्तानी खुफिया एजेंसी आईएसआई और पाक आधारित खालिस्तान समर्थक आतंकवादी समूहों द्वारा भेजी गई एक बड़ी खेप का हिस्सा है, जिसमें आईएसवाईएफ भी शामिल है।
इस संबंध में, कपूरथला पुलिस ने गुरमुख सिंह और गगनदीप सिंह के खिलाफ गैरकानूनी गतिविधि (रोकथाम) अधिनियम, 1967, की धारा 13,16,17,18,18B,20 विस्फोटक पदार्थ (संशोधन) अधिनियम, 2001 के 4,5 और शस्त्र अधिनियम के 25,27,54, 59 के तहत थाना सदर, फगवाड़ा में मामला दर्ज किया है।
 ये मामला, 8अगस्त 2021 को, अमृतसर (ग्रामीण) पुलिस द्वारा गांव दलके, थाना लोपोके से एक समान दिखने वाले टिफिन बम की बरामदगी से जोड़ कर देखा जा रहा है। इस टिफिन बम में आरडीएक्स स्थापित किया गया था और परिचालन लचीलेपन के लिए स्विच, चुंबकीय और वसंत सहित 3 अलग-अलग ट्रिगर तंत्र थे।

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