बुद्ध पूर्णिमा के अवसर पर पैनल टॉक का आयोजन

जालन्धर/मेट्रो ब्यूरो

जालंधर लिटरेरी फोरम ने आज बुद्ध पूर्णिमा के विशेष अवसर पर पैनल टॉक का आयोजन किया जिसमें राकेश शांतिदूत वरिष्ठ पत्रकार, परमिंदर सिंह विग एडवोकेट , फोरम के संयोजक नवजोत सिंह एडवोकेट ने गौतम बुद्ध के जीवन और धम्म पर चर्चा की।  कार्यक्रम के निदेशक तजिंदरपाल सिंह बबलू थे।

फोरम के फेसबुक पेज बुक टाक पर सीधे प्रसारित कार्यक्रम में पैनल ने बताया कि बुद्ध पूर्णिमा एक विशेष दिन है जो राजकुमार बुद्ध के जन्म, बोधगया में राजकुमार सिद्धार्थ को ज्ञान प्राप्ति और कुशीनगर में बुद्ध के महानिर्वाण का प्रतीक है। राकेश शांतिदूत ने बौद्ध धर्म के विभिन्न पथों और विभिन्न देशों में इसकी उपस्थिति के बारे में अवगत कराया।

एड़वोकेट परमिंदर सिंह ने वर्तमान दुनिया में बुद्ध और उनके धम्म की प्रासंगिकता के बारे में बात की और आगे कहा कि भारत का संविधान बौद्ध धर्म से प्रेरित है।विग ने भारत से बौद्ध धर्म के विलुप्त होने के कारणों का विश्लेषण भी किया।

एड़वोकेट नवजोत सिंह ने विभिन्न पुस्तकों के पाठ का उल्लेख किया और बताया कि बौद्ध धर्म ईश्वर पर अधिक जोर नहीं देता है और बौद्ध धर्म में किसी भी खगोलीय पिंड का कोई संदर्भ नहीं है, यह एक  वह पथ है जिसमें हर चीज के केंद्र में मन की पहचान होती है। मन चीजों को आकार देने का नेतृत्व करता है। अच्छाई का अस्तित्व भी बुराई से ही पैदा होता है। मन की शुद्धि बुद्ध के धम्म का सबसे आवश्यक तत्व है।इसी लिए इसमें कहा गया है कि पाप कर्म से बचें, इससे जीवन में खुशियां बढ़ेंगी। धर्म किताबों में नहीं, व्यवहारिक अवलोकन में है।

मंच के संयुक्त सचिव तेजिंदर पाल सिंह बबलू  तेजिंदर पाल ने आगे बताया कि फोरम 1 जून से गर्मियों की छुट्टियों मेंअन्य विषयों में वार्ता आयोजित करेगा।

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