जालन्धर लिट्रेरी फोरम ने गीता जयंती पर श्रीमद्भभगवद गीता पर व्याख्यान आयोजित किया।

जालन्धर/मेट्रो एनकाउंटर ब्यूरो

जालन्धर लिट्रेरी फोरम  ने गीता जयंती के उपलक्ष्य में रविवार को व्याख्यान आयोजित किया।  एडवोकेट अजय कौशिक मुख्य व्यख्याकार थे।

फोरम के संयोजक नवजोत सिंह एडवोकेट ने बताया कि फोरम ने गीता जयन्ती के उपलक्ष्य में श्रीमद भगवत गीता की प्रतियों का वितरण पखवाड़ा शुरू किया था और आज अजय कौशिक के विशेष व्याख्यान के साथ अपने कार्यक्रम का समापन किया गया।

इस अवसर पर कौशिक ने कहा कि भगवादद गीता में 18 अध्याय हैं जिनमें से 18वां अध्याय सभी 17 अध्यायों का सारांश है और यदि कोई सभी अध्यायों को पढ़ने में असमर्थ है तो वह अंतिम अध्याय को पढ़ कर गीता का सम्पूर्ण ज्ञान हासिल कर सकता है।

 

एडवोकेट अजय कौशिक ने अपने 30 मिनट के व्याखयान में श्रीमद्भगवद गीता के 18 अध्यायों के बारे में बताया और कहा कि गीता किसी विशेष धर्म से संबंधित नहीं है, बल्कि यह मानवता और मनुष्यों के लिए अपना जीवन कैसे जीना है और मोक्ष और शांति कैसे प्राप्त करना है का दिव्य साहित्य है।

फोरम के महासचिव परमिंदर सिंह विग की अध्यक्षता में फोरम ने उपस्थित लोगों को भगवद गीता की प्रतियां वितरित कीं और वरिष्ठ पत्रकार राकेश शान्तिदूत ने कार्यक्रम का समापन किया व  व्यख्याकार सहित श्रोताओं का धन्यवाद किया। इस अवसर पर विशेष रूप से परवीन चोपड़ा, विनोद नागपाल, विनोद धीर , अश्वनी कुमार, सुरिंदर मोहन गुप्ता, सुरिंदर वाधवा, जेएल नागर एडवोकेट, अजय टंडन एडवोकेट, गरदीप सिंह, विशाल सूरी, ध्रुव मौदगिल, रंजीत कुमार, विनीत ओबेरॉय, गगनदीप मेहता, गुलशन जिंदल, रंजीत कुमार, हरदीप सिंह, राकेश पॉल बिट्टू, और अन्य मौजूद थे।

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