नई दिल्ली/ मेट्रो एनकाउंटर ब्यूरो
कनाडा द्वारा भारत के कहने पर अपबे 41 राजनायिकों को वापिस बुला लेने से भारतीय वीजा आवेदकों को वीजा के लिए लंबा इतंजार करना पड़ सकता है।
आव्रजन, शरणार्थी और नागरिकता कनाडा (आईआरसीसी) ने गुरुवार को यहाँ कहा कि भारत-कनाडा के बीच चल रहे गतिरोध के बीच कनाडा द्वारा भारत से अपने 41 राजनयिकों को हटाने के बाद भारतीय वीजा आवेदनों में मंदी आएगी।
आईआरसीसी ने एक प्रेस बयान में कहा है, “20 अक्टूबर, 2023 तक दिल्ली में 21 कनाडाई राजनयिकों और आश्रितों को छोड़कर सभी के लिए एकतरफा छूट हटाने के भारत के इरादे के बाद, आव्रजन, शरणार्थी और नागरिकता कनाडा (आईआरसीसी) भारत में अपने कर्मचारियों की संख्या कम कर रहा है। 27 से 5. आईआरसीसी भारत से आवेदन स्वीकार करना और संसाधित करना जारी रखेगा, लेकिन कर्मचारियों के कम स्तर से प्रसंस्करण समय पर असर पड़ने की उम्मीद है।”
इसके अलावा, बयान में कहा गया है कि भारत में कनाडाई राजनयिक कर्मचारियों की कमी के कारण, भारतीय नागरिकों को समग्र प्रसंस्करण समय, पूछताछ के जवाब और वीजा या उनके पासपोर्ट वापस पाने में देरी का सामना करना पड़ेगा।