राष्ट्रीय स्वयंसेवक संघ ने विजयदशमी व स्थापना उत्सव धूमधाम से मनाया

हमारे लिए धर्म का अर्थ विश्व कल्याण व सरबत दा भला,
गुरु रविदास जी की बाणी अनुसार भारतीय समाज का निर्माण हम सबका दायित्व: डॉ वीरेन्द्र गर्ग

                        जालन्धर/मेट्रो समाचार सेवा

राष्ट्रीय स्वयंसेवक संघ जालंधर महानगर ने आज यहां विजयदशमी व संघ स्थापना उत्सव के उपलक्ष में साईंदास स्कूल पटेल चौक में शस्त्र पूजन व पथ संचलन का कार्यक्रम आयोजित किया । इसमें सैकड़ों गणवेश धारी स्वयंसेवकों ने भाग लिया।

कार्यक्रम के मुख्य वक्ता डॉ वीरेंद्र गर्ग, प्रांत संपर्क प्रमुख व अध्यक्ष सरदार रविंद्र सिंह कालड़ा (पूर्व चैयरमैन चार्टर्ड अकाउंटेंट एसोसिएशन) रहे। कार्यक्रम की शुरुआत में स्वयंसेवकों ने सामूहिक व्यायाम योग और समता का प्रदर्शन किया। अपने उद्बोधन में डॉक्टर वीरेंद्र गर्ग ने विजयदशमी की बधाई देते हुए बताया कि हम नवरात्र में शक्ति की उपासना करते हैं। रामायण का लंका विजय का उदाहरण देते हुए बताया कि शक्ति का प्रयोग किसी के पूजा बदलने या किसी के क्षेत्र पर कब्जा करने के लिए भारत ने कभी नहीं किया है, शक्ति का प्रयोग धर्म की स्थापना हेतु ही किया है। भारत में धर्म का मतलब सच, विश्वकल्याण व सरबत का भला है।

उन्होंने कहा कि मानव सभ्यता का उदय यही हुआ और यहीं पर ज्ञान, विज्ञान, आयुर्वेद, अध्यात्म की श्रेष्ठता को पाया परंतु कालांतर में स्वधर्म, स्व राष्ट्रीयता की कमी के कारण हमारी शक्ति कमजोर हुई तो शास्त्र भी कमजोर हुआ, आपसी भेदभाव के कारण राष्ट्र  गुलाम हुआ। पुन: रामायण का उदाहरण देते हुए उन्होंने बताया कि भगवान राम ने वनवासी लोगों का संगठन करके ही से जनशक्ति का परिचय दिया और लंका विजय की। आज भारत में भी परिवर्तन हो रहा है, हमें भी सज्जन शक्ति का संगठन करके भारत को ऐसा विश्वगुरु बनाना है जैसा कि श्री गुरु रविदास जी ने अपनी वाणी में कहा जहां सभी को अन्न और प्रसन्नता मिले। बाद में सैंकड़ों स्वयंसेवकों ने शहर के विभिन्न हिस्सों में पूर्ण गणवेश में घोष के साथ पथ संचलन निकाला। बड़ी संख्या में नागरिकों ने स्थान-स्थान पर पुष्पवर्षा करके उनका स्वागत किया।

इस कार्यक्रम में श्री विजय गुलाटी महानगर सह संचालक, श्री अश्विनी कुमार महानगर कार्यवाह, श्री दीपक गुप्ता महानगर सह कार्यवाह, श्री रामकृष्ण विभाग कार्यवाह सहित कई प्रमुख  कार्यकर्ता शामिल हुए।

You May Also Like