नई दिल्ली/मेट्रो ब्यूरो
बसपा सुप्रीमों और उत्तर प्रदेश की मुख्यमंत्री मायावती को भाजपा के नाम से भी डर लगता है । ऐसी टिप्पणियों आज मायावती द्वारा किये गए एक ट्वीट पर आई है।
दरअसल करोड़ो रूपये सम्पति की मालिक बहन मायावती ने आज ट्विटर पर ट्वीट के माध्यम से देश के करोड़ों पड़े लिखे और सुशिक्षित युवकों को उनकी योग्यता अनुसार रोजगार न मिलने पर चिंता व्यक्त की थी। उन्होंने इसे दुःखद, दुर्भाग्यपूर्ण और चिंताजनक तो बताया लेकिन इसके लिए न तो यू पी और न ही केंद्र की भाजपा नीत सरकार को इस स्थिति के लिए जिम्मेवार ठहराया।
इस पर संजीव जाटव का जवाब था ” भाजपा का नाम लेने से भी डर लगता है मायावती जी को, सी बी आई , ई डी, आई टी का डर।”( देखें नीचे चित्र)
मायावती ने ट्वीट किया कि यू पी व पूरे देश भर में करोड़ों युवा व शिक्षित बेरोजगार लोग सड़क किनारे पकोड़े बेचने व जीवनयापन के लिए मजदूरी आदि करने को भी मजबूर हैं तथा उनके माँ बाप और परिवार जो सब देख रहे हैं उनकी व्यथा को समझा जा सकता है, जो दुखद, दुर्भाग्यपूर्ण व अति चिन्ताजनक है।
मायावती के इस ट्वीट पर उपरोक्त प्रति क्रियाएँ आई है। मायावती के इसी डर की वजह को हाल ही में पंजाब विधानसभा चुनाव के लिए शिरोमणि अकाली दल और बसपा के बीच हुए गठबंधन के टूटने की संभावनाओं के पीछे आधार बना कर चर्चा हो रही रही है। गौर हो कि अकाली दल ने किसान आंदोलन के समर्थन में भाजपा से दशकों पुराना अपना नाता तोड़ लिया था । भाजपा इसे धोखा मानती है ।