चडीगढ़/मेट्रो हरियाणा ब्यूरो
प्रमुख सिख किसान नेता, अखिल भारतीय जाट महासभा की चंडीगढ़ इकाई के अध्यक्ष और महासभा के राष्ट्रीय प्रतिनिधि एस. राजिंदर सिंह बडहेड़ी ने कहा कि जिस तरह हरियाणा सरकार और करनाल जिला प्रशासन ने आंदोलनकारी किसानों के साथ समझौता किया है और आरोपी अधिकारी को जांच के लिए छुट्टी पर भेजा हैं, उसी तरह दिल्ली में केंद्र सरकार को किसानों के साथ मिल बैठ कर आम सहमति पर पहुंचना चाहिए।
आज यहां मीडिया को एक ब्यान जारी करते हुए श्री बडहेड़ी ने कहा कि किसान पिछले साढ़े नौ महीने से राजधानी की सड़कों पर बैठे हैं और धरने के दौरान करीब 500 किसान अपनी जान गंवा चुके हैं। हमें उन किसानों की बात सुननी चाहिए जो बारिश, हवा, गर्मी और सर्दी से जूझ रहे हैं और संघर्ष कर रहे हैं।
श्री बडहेड़ी ने यह भी कहा कि किसान आंदोलन से जुड़े कई अन्य क्षेत्र भी संघर्ष से प्रभावित हो रहे हैं। प्रत्येक किसान के पीछे परिवार के पांच से सात सदस्य होते हैं; ये सभी केंद्र सरकार के अड़ियल रवैये से नाराज और हताश हैं।
श्री राजिन्दर सिंह बडहेड़ी ने कहा कि केंद्र सरकार को किसानों की मांगों को मानते हुए तीन कृषि कानूनों को तत्काल निरस्त करना चाहिए और एमएसपी समेत अन्य मुद्दों पर किसानों की राय सुनी जानी चाहिए।